Darbhanga News: डीएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों ने कैदी वार्ड में घुसकर मरीज के परिजन को जमकर पीटा

Darbhanga News:डीएमसीएच के आपातकालीन विभाग में मंगलवार की दोपहर जूनियर चिकित्सकों ने एक मरीज के परिजन की पुलिस लॉकअप में जमकर पिटाई कर दी.

By Prabhat Khabar News Desk | September 18, 2024 11:15 PM

Darbhanga News: दरभंगा. डीएमसीएच के आपातकालीन विभाग में मंगलवार की दोपहर जूनियर चिकित्सकों ने एक मरीज के परिजन की पुलिस लॉकअप में जमकर पिटाई कर दी. जूनियर डाक्टरों ने लॉकअप के पहले गेट को तोड़ दिया तथा पुलिस से चाभी छीन कर दूसरे गेट में लगे ताला तोड़ कर भीतर प्रवेश कर गये. भीतर में मरीज के परिजन की लोहे के रॉड आदि से जमकर पिटाई की. इसके बाद सभी वहां से निकल गये तथा आपातकालीन विभाग का कामकाज ठप कर दिया. दोपहर करीब 1.30 बजे से शाम छह बजे तक आपातकालीन विभाग की चिकित्सा व्यवस्था ठप रही. घटना की जानकारी मिलने पर सदर एसडीपीओ अमित कुमार, डीएमसी प्राचार्य डॉ केएन मिश्रा, प्रभारी अधीक्षक डॉ यूसी झा, उपाधीक्षक डॉ हरेंद्र कुमार आदि आपातकालीन पहुंचे. मान मनौव्वल कर जूनियर डॉक्टरों काे शांत किया. कैदी वार्ड में घुसकर परिजन की पिटाई को लेकर सदर एसडीपीओ ने डॉक्टरों को फटकार लगायी. युवक का कहना है कि वह पर्ची कटाकर मरीज का इलाज कराने पहुंचा था. चिकित्सक पीला पर्ची लेकर आने को कहा. इस पर उसने कहा कि जो पर्ची मिला है वह लाया हूं. आप इलाज कीजिये हम दूसरी पर्ची लेकर आते हैं. इस पर कहा गया कि पहले पीला पर्ची लेकर आओ. इलाज शुरू करने को कहने पर चिकित्सक बदतमीजी करने लगे. इस पर उसने प्रतिकार किया. फिर अस्पताल का गार्ड उसे वहां से बाहर ले गया. इसी बीच उसे कहा गया कि उसके व्यवहार को लेकर चिकित्सकों में गुस्सा है. फिर वहां मौजूद पुलिस ने उसे लॉकअप में बंद कर दिया था.

चिकित्सकों ने कहा बिना पर्ची कटाये लाया था मरीज

चिकित्सकों का कहना है कि युवक अपनी बहन का इलाज कराने आपातकालीन विभाग पहुंचा था. वह बिना पर्ची कटाये चिकित्सक के केबिन में घुस गया. युवक तुरंत इलाज शुरु करने को कहा. डॉक्टरों ने काउंटर से पर्ची लाने के बाद ही इलाज शुरू करने की बात कही. चिकित्सकों का कहना है कि युवक नहीं माना. इसे लेकर दोनों पक्ष के बीच नोंकझोंक होने लगी. स्थिति मारपीट तक पहुंच गयी. स्थिति को संभालने के लिये कर्मी व सुरक्षा गार्ड ने बीच बचाव करते हुये युवक को बेंता थाना के कैदी वार्ड में भे दिया. इसी बीच संबंधित चिकित्सक ने घटना की सूचना अपने साथियों को दे दी. जानकारी मिलते ही दर्जनों जूनियर चिकित्सक वहां पहुंचे तथा कैदी वार्ड में घुसकर युवक की जमकर पिटाई कर दी.

चिकित्सा कार्य बाधित होने पर मरीजों को झेलनी पड़ी परेशानी

मंगलवार की दोपहर हुई इस घटना के कारण आपातकालीन विभाग की चिकित्सा व्यवस्था ठप हो गयी थी. इस दौरान कई गंभीर मरीजों को बिना चिकित्सा के वापस जाना पड़ा. सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि

इस तरह की घटना अस्पताल प्रशासन के लिये चुनौती है. इसे रोकने की जरूरत है. मामले को लेकर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

जूनियर डॉक्टरों पर बेंता थाना में प्राथमिकी दर्ज

डीएमसीएच के आपातकालीन विभाग में मंगलवार को डीएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों द्वारा मरीज के परिजन की पिटाई के दौरान पुलिस के साथ मारपीट एवं धक्का-मुक्की को लेकर बेंता थाना करीब 30 से 40 जूनियर अज्ञात डॉक्टरों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस का कहना है कि घटना के समय के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है. इससे मारपीट करने वाले डॉक्टरों की पहचान की जाएगी. जांच के दौरान पीड़ित पक्ष को भी बुलाकर मारपीट करने वाले चिकित्सकों की पहचान कराई जाएगी. उधर, जिला पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि कैदी वार्ड में पुअनि रत्नेश चौधरी आइसीयू वार्ड मेडिसिन विभाग से एक अज्ञात पुरुष के शव के पोस्टमार्टम की मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट तैयार कर लौट रहे थे. इमरजेंसी के पास डीएमसीएच सुरक्षा गार्ड द्वारा पटोरी के अरविंद कुमार मिश्रा के पुत्र केशव मिश्रा को पकड़ा गया था. सुरक्षा गार्ड ने पूछने पर बताया कि वह डॉक्टर को मारकर भाग रहा था. सुरक्षा गार्ड द्वारा लड़का को कैदी वार्ड में रखा गया था. इसी बीच कैदी वार्ड के पास भारी संख्या में डॉक्टर जमा हो गए. उनके द्वारा बोला गया कि उक्त व्यक्ति को मेरे हवाले कर दिया जाए. हम अपने तरीके से सुलझाएंगे. तब पुअनि रत्नेश चौधरी द्वारा बोला गया कि लिखित आवेदन दीजिए, उचित कार्रवाई की जाएगी. डॉक्टर का उग्र रूप देखकर उक्त व्यक्ति को कैदी वार्ड में रखकर बाहर से ताला बंद कर दिया गया. परंतु, वहां मौजूद 30-40 डॉक्टर द्वारा सुरक्षा गार्ड से बलपूर्वक चाबी छीनकर कैदी वार्ड का मुख्य दरवाजा का ताला तोड़कर केशव मिश्रा के साथ मारपीट एवं पुलिस कर्मी के साथ धक्का मुक्की की गयी. इसी बीच अन्य कार्य के लिये आए अन्य पुलिसकर्मी एवं भीड़ को देखकर सभी डॉक्टर कैदी वार्ड से निकलकर चले गए. कहा गया है कि घटना के संबंध में बेंता थाना में प्राथमिकी दर्ज कर अग्रिम कारवाई की जा रही है.

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार्रवाई करेगी पुलिस

एसडीपीओ सदर अमित कुमार ने कहा कि पुलिस की सुरक्षा में रखे गये परिजन को जूनियर डॉक्टरों द्वारा हाजत में मारपीट की गयी है. मामले में बेंता थाने में अज्ञात पर एफआइआर दर्ज हुआ है. सीसीटीवी खंगाल कर पुलिस दोषियों पर कार्रवाई करेगी.

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