Darbhanga News: खड़ी बोली के विकास में भारतेंदु हरिश्चंद्र का अभूतपूर्व योगदान
Darbhanga News:आधुनिक हिंदी के पिता भारतेंदु हरिश्चंद्र की जयंती उच्च माध्यमिक विद्यालय देवारी में राष्ट्रीय कवि संगम जिला इकाई व विद्यालय के इको एंड यूथ क्लब के बैनर तले सोमवार को मनायी गयी.
Darbhanga News: सदर. आधुनिक हिंदी के पिता भारतेंदु हरिश्चंद्र की जयंती उच्च माध्यमिक विद्यालय देवारी में राष्ट्रीय कवि संगम जिला इकाई व विद्यालय के इको एंड यूथ क्लब के बैनर तले सोमवार को मनायी गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता सीतामढ़ी की कवयित्री नैना साहु ने की. उन्होंने कहा कि भारतेंदु हरिश्चंद्र युग पुरुष थे. उन्होंने हिंदी साहित्य व खड़ी बोली के विकास में अभूतपूर्व योगदान दिया. एचएम डॉ चंद्रमोहन पोद्दार ने भारतेंदु हरिश्चंद्र के बारे में विस्तार से जानकारी दी. बताया कि कविता, नाटक लेखन के साथ ही पत्रिका प्रकाशन व साहित्यिक संगठन बनाने में अमूल्य योगदान दिया. विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ मनोज कुमार ने छात्र-छात्राओं को भारतेंदु के जीवन संघर्ष से प्रेरणा लेने की सलाह दी. डॉ सतीश चंद्र भगत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे. उन्होंने बताया कि भारतेंदु ने बाल कविता का सृजन भी किया. वे हिंदी भाषा के विकास में बाल कविता को महत्वपूर्ण मानते थे. कार्यक्रम की शुरुआत भारतेंदु के चित्र पर माल्यार्पण तथा पुष्पांजलि अर्पित कर की गयी.
भारती वंदना से प्रारंभ हुआ कवि सम्मेलन
कवयित्री नैना साहु के भारती वंदना से कवि सम्मेलन प्रारंभ हुआ. काव्य पाठ करने वालों में उदय शंकर चौधरी नादान, आशीष, अकिंचन, अमिताभ कुमार सिन्हा, डॉ मनोज कुमार, नैना साहु, डॉ सतीश चंद्र भगत व डॉ चंद्र मोहन पोद्दार प्रमुख थे. इस दौरान छात्र-छात्राओं ने भी अपनी रचनाएं प्रस्तुत की. संचालन डॉ चंद्र मोहन पोद्दार तथा धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के विज्ञान शिक्षक डॉ संजन कुमार चौधरी ने किया.
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