कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर तैयारी तेज
रक्षा बंधन के साथ ही पर्व-त्योहार व पूजन का सिलसिला आरंभ हो गया है.
दरभंगा. रक्षा बंधन के साथ ही पर्व-त्योहार व पूजन का सिलसिला आरंभ हो गया है. 19 अगस्त को राखी का त्योहार मनाने के बाद अब श्रद्धालु कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारी में जुट गये हैं. एक तरफ मूर्त्तिकार जहां प्रतिमा को अंतिम रूप देने में जुटे हैं, वहीं दूसरी ओर विभिन्न स्थलों पर पूजा समितियां सोल्लास धूमधाम से पूजा-अर्चना की तैयारी में लग गये हैं. बता दें कि इस बार जन्माष्टमी 26-27 अगस्त को है. इस संबंध में पंचांगकार पंडित विश्वनाथ शास्त्री ने बताया कि दो तरह का जन्मोत्सव मनाने की यहां परंपरा है. कुछ श्रद्धालु कृष्ण जयंती व्रत रखते हैं तो कुछ कृष्णाष्टमी का उपवास करते हैं. कृष्ण जयंती व्रत रखने वाले 26 अगस्त को उपवास में रहकर देर रात भगवान की प्राकट्य बेला में पूजन करेंगे. वहीं कृष्णाष्टमी का व्रत रखनेवाले 27 अगस्त को उपवास रखेंगे. भगवान की पूजा 26 अगस्त की रात से ही शुरू हो जायेगी. उल्लेखनीय है कि कृष्ण जन्माष्टमी मिथिला की हृदयस्थली कहे जानेवाले प्रमंडलीय मुख्यालय में भी धूमधाम से मनाया जाता है. जगह-जगह प्रतिमा स्थापित कर भगवान का पूजन होता है. वहीं राधा-कृष्ण मंदिरों के अलावा ठाकुरवाड़ियों में भी विशेष अनुष्ठान होते हैं. इसकी तैयारी आरंभ हो गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है