सीइटी-बीएड आयोजन में कुलाधिपति के विश्वास पर शतप्रतिशत खरा उतरेगा मिथिला विश्वविद्यालय
कुलपति प्रो. चौधरी ने कहा कि सीइटी-बीएड को पांचवीं बार संपन्न करने का दायित्व कुलाधिपति ने लनामिवि को सौंपा है.
दरभंगा. दो वर्षीय बीएड एवं शिक्षा शास्त्री की संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीइटी-बीएड-2024) के सफल संचालन को लेकर स्टेट नोडल यूनिवर्सिटी (लनामिवि) में शनिवार को कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में राज्य के सभी 14 सहभागी विश्वविद्यालयों के सीइटी-बीएड के पर्यवेक्षकों, विश्वविद्यालय नोडल पदाधिकारियों, केंद्रीय समन्वयक सह पर्यवेक्षकों और सहायकों की बैठक ऑनलाइन तथा ऑफलाइन मोड में हुई. कुलपति प्रो. चौधरी ने कहा कि सीइटी-बीएड को पांचवीं बार संपन्न करने का दायित्व कुलाधिपति ने लनामिवि को सौंपा है. कुलाधिपति के विश्वास पर शतप्रतिशत खरा उतरना हम सभी का दायित्व है. कहा कि यह उनके लिये पहला अनुभव है. इस वर्ष इसकी संरचना में थोड़ा बदलाव किया है. राज्य नोडल पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारियों के अलावा इस वर्ष नोडल विश्वविद्यालय के पर्यवेक्षक और सभी केंद्रीय समन्वयक सह पर्यवेक्षक के साथ लिपिकीय कार्य के लिए एक सहायक की नियुक्ति की जायेगी. इन्हें सभी सहभागी विश्वविद्यालयों में परीक्षा प्रक्रिया संबंधित सहायता के लिए भेजा जायेगा. कहा कि किसी प्रकार की कठिनाई में राज्य नोडल पदाधिकारी अथवा हेल्पलाइन नंबर पर अवश्य संपर्क करें. राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो. अशोक कुमार मेहता ने संबंधित पदाधिकारियों के कर्तव्यों एवं जिम्मेदारियों को विस्तार से बताया. सीइटी-बीएड के निर्देशिका साझा किया. बैठक में पटना विश्वविद्यालय के नोडल पदाधिकारी डॉ सलीम जावेद, एलएनएमयू के नोडल पदाधिकारी सह कुलसचिव डॉ अजय कुमार पंडित, एमएमएच विवि पटना के डॉ नौशाद आलम, मुंगेर विवि के डॉ अमर कुमार, पाटलिपुत्र विवि, पटना के डॉ कृष्णानंद प्रसाद, वीकेएसयू आरा के प्रो. कृष्णकांत सिंह, बीआरए बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के प्रो. राजीव कुमार झा, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय पटना के डॉ महेंद्र सिंह, जेपी विश्वविद्यालय छपरा के डॉ दिव्यांशु कुमार और केएसडीएसयू दरभंगा के डॉ अवन कुमार राय शामिल थे. शेष सभी विश्वविद्यालय के नोडल पदाधिकारी, नोडल विश्वविद्यालय पर्यवेक्षक, केंद्रीय समन्वयक सह पर्यवेक्षक एवं सहायक ऑनलाइन शामिल थे. बैठक में लनामिवि की ओर से वित्तीय परामर्शी डॉ दिलीप कुमार, वित्त पदाधिकारी रंजन कुमार सिन्हा, सीइटी-बीएड के कोर कमेटी सदस्य प्रो. अरुण कुमार सिंह, डॉ ज्या हैदर आदि माैजूद रहे.
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