सदर. कुवैत भीषण अग्निकांड में मारे गये नैनाघाट निवासी काले खां का शव घटना के 13 दिन बाद मंगलवार को उसके घर पहुंचा. शव पहुंचते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गयी. घर में चीख-पुकार मच गयी. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. गांव समेत आसपास के गांवों से भी लोग मृतक के घर जमा हो गये. मुस्लिम रीति-रिवाज के मुताबिक जनाजे की नमाज अदा की गयी. उसके बाद शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. बता दें कि कुवैत की कंपनी ने मृतक की पहचान सुनिश्चित करने के लिए घर से काले खां के भाई व बहन को बुलाया था. डीएनए परीक्षण के माध्यम से शव की पहचान की गयी. पुष्टि के बाद शव को दुबई से विमान द्वारा मुम्बई व वहां से पटना भेजा गया. पटना हवाई अड्डे पर शव के पहुंचने पर सरकारी खर्च पर उसे एम्बुलेंस द्वारा नैनाघाट लाया गया. इसके लिए मृतक के परिवार ने सरकार व कुवैत में कार्यरत कंपनी का धन्यवाद ज्ञापित किया. गांव के बुजुर्गों ने बताया कि काले एक मेहनती और ईमानदार युवक था. इसने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए कुवैत में नौकरी कर रहा था. उसकी असमय मौत ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया है. वहीं मृतक की मां, बहनें व पूरे परिवार के लोगों का आंसू सूखने का नाम ही नहीं ले रहा था.
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