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मिथिला विश्वविद्यालय में स्टेशनरी के अभाव में पीएचडी अवार्ड की जारी नहीं हो पा रही अधिसूचना

मिथिला विश्वविद्यालय मुख्यालय की पीएचडी शाखा में करीब दो माह से विभाग में दैनिक उपयोग में आने वाला कागज, कार्टेज, इनवैलप जैसी जरूरत की कई सामग्री नहीं है

By Prabhat Khabar News Desk | May 18, 2024 2:43 PM

दरभंगा. मिथिला विश्वविद्यालय मुख्यालय की पीएचडी शाखा में करीब दो माह से विभाग में दैनिक उपयोग में आने वाला कागज, कार्टेज, इनवैलप जैसी जरूरत की कई सामग्री नहीं है. इस कारण कई विभागों के पीएचडी वायवा करा चुके शोधार्थियों के पीएचडी एवार्ड की अधिसूचना कागज के अभाव में जारी नहीं हो रही है. शोधार्थी जब खुद से खरीद कर लिफाफा पीएचडी शाखा को देता है, तब जाकर उनके थेसिस को मूल्यांकन के लिए विषय विशेषज्ञों के पास बाहर भेजा जाता है. विश्वविद्यालय में वैसे सभी कार्य लंबित चल रहे हैं, जिसमें कंप्यूटर व स्टेशनरी की जरूरत होती है. इन कामों को कल पर टाला जा रहा है. हालांकि संचिका से संबंधित अन्य कार्य सामान्य रूप से चल रहा है. बताया जाता है कि विभाग की ओर से कंप्यूटर एवं पेपर स्टेशनरी से जुड़ी करीब दो दर्जन आवश्यक सामग्री मुहैया कराने के लिए कई बार उपरी अधिकारी से आग्रह किया गया है, लेकिन स्थिति जस की तस बतायी जा रही है. हाल के दिनों में भी विभाग की ओर से सामग्री उपलब्ध कराने के लिए आग्रह पत्र पर दिया गया था. कुलपति ने अनुमति भी दे दी. लेकिन, कुलपति के आदेश के बावजूद विभाग को स्टेशनरी आदि नहीं मिल पाया है. समय से काम नहीं होने का खामियाजा शोधार्थी झेल रहे हैं. कार्य में विलंब को लेकर पीएचडी शाखा के कर्मचारियों को इन शोधार्थियों की रोज खड़ी- खोटी सुननी पड़ती है. कंप्यूटर सहित पेपर स्टेशनरी की कमी पूरा परीक्षा विभाग झेल रहा है. सरकारी स्तर से विवि का बैंक एकांउट सीज होने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है. अब एकांउट चालू हो गया है. कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द कमी को दूर किया जा सके. प्रो.विनोद कुमार ओझा, परीक्षा नियंत्रक

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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