लघु सिंचाई विभाग का कार्यालय तो खुला, पर नहीं मिला किसानों को लाभ

अति महत्वाकांक्षी योजना विभागीय अभियंताओं व कर्मियों की उदासीनता की भेंट चढ़कर रह गयी है

By Prabhat Khabar News Desk | June 24, 2024 12:05 AM

बेनीपुर. मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर खेत को पानी उपलब्ध कराने की अति महत्वाकांक्षी योजना विभागीय अभियंताओं व कर्मियों की उदासीनता की भेंट चढ़कर रह गयी है. क्षेत्र के अधिकांश राजकीय नलकूप अनुपयोगी बने हैं. अनुमंडल मुख्यालय में चल रहे लघु सिंचाई विभाग के अवर प्रमंडल कार्यालय में दिनभर ताला झूलता रहता है. यहां पदस्थापित सहायक अभियंता जितेंद्र कुमार दिवाकर जिला स्थित अपने आवास से ही बेनीपुर का कार्यालय संचालित करते हैं. इस कारण यहां तैनात कर्मी भी कार्यालय का ताला खोलना जरूरी नहीं समझते. गुरुवार को भी कार्यालय में ताला लटक रहा था. स्थानीय लोगों के अनुसार कार्यालय संचालन के लिए यहां मात्र एक चतुर्थवर्गीय कर्मी कभी-कभी आते हैं. विदित हो कि लगभग दो साल पूर्व स्थानीय विधायक प्रो. विनय कुमार चौधरी के प्रयास से सकरी में चल रहे बेनीपुर के लघु सिंचाई विभाग के अवर प्रमंडल कार्यालय को बेनीपुर लाया गया. कार्यालय संचालन के लिए एसडीओ द्वारा अनुमंडल परिसर में ही दो कमरा दिया गया. हालांकि यहां एक भी लिपिक की तैनाती नहीं की गयी. कर्मी के नाम पर मात्र एक आदेशपाल है, जो कभी-कभी कार्यालय आ जाते हैं. परिणामस्वरूप इस कार्यालय का लाभ यहां के किसानों को नहीं मिल रहा है और इस भीषण समय में भी क्षेत्र के सभी राजकीय नलकूप बंद पड़े हैं. किसानों के सामने अभी धान के बिचड़े को बचाना चुनौती सा बना हुआ है और राजकीय नलकूप अधिकांश जगह झाड़ियों में दबा हुआ है. मजबूरन किसान निजी पंपसेट के सहारे बिचड़े बचाने में जुटे हैं. किसान राम अधीन महतो, सुरेंद्र झा, काली लाल देव, राम अवतार यादव आदि ने बताया कि क्षेत्र के सभी राजकीय नलकूप बंद हैं. नलकूप संचालन के लिए बेनीपुर में कार्यालय तो खोला गया, लेकिन आजतक यहां न तो कोई कर्मी मिले और न ही अभियंता. परिणामस्वरुप किसानों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है. इस संबंध में पूछने पर कनीय अभियंता सुप्रभात कुमार ने बताया कि बेनीपुर में यह कार्यालय चल रहा है. यहां कर्मी के नाम पर मात्र एक आदेशपाल पदस्थापित हैं. उनके अलावा एक सहायक एवं दो कनीय अभियंता हैं. हमलोग हमेशा क्षेत्र का काम देखते हैं. उन्हीं आदेशपाल के सहारे ही कार्यालय चल रहा है. इधर प्रखंड में 18 उद्भव सिंचाई योजना में नौ की मरम्मति के साथ महिनाम, पोहद्दी, सजनपुरा में नए उद्भव सिंचाई प्लांट लगाने का काम भी चल रहा है. राजकीय नलकूप की बात करें तो प्रखंड में 50 हैं. सभीको संबंधित पंचायत को हस्तगत करा दिया गया है. मोटर सबका चालू है, लेकिन किसी भी पंचायत के मुखिया इसके संचालन में कोई अभिरुचि नहीं ले रहे हैं. इसके कारण किसानों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है.उद्भव सिंचाई योजना आज भी विभाग के अधीन है. उसे चालू करने का कार्य चल रहा है.

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