मानव को जीवन जीने की कला व विकट परिस्थिति को आसान बनाने की राह दिखाती श्रीराम कथा
श्रीराम कथा मानव को जीवन जीने की कला व विकट परिस्थिति को आसान बनाने की राह दिखाती है.
कुशेश्वरस्थान. श्रीराम कथा मानव को जीवन जीने की कला व विकट परिस्थिति को आसान बनाने की राह दिखाती है. कथा के श्रवण से प्रभु की कृपा बरसती है. यह बातें मधुबन गांव में श्रीराम कथा के प्रथम दिन रविवार को कथावाचक महंत कमल नारायण ने कही. उन्होंने कहा कि मनुष्य के सच्चे मन से श्रीराम कथा श्रवण करने से सभी पापों का नाश हो जाता है. तुलसीदासजी ने भी कहा है कि कलयुग केवल नाम आधारा. प्रभु श्रीराम के नाम का उच्चारण व श्रवण से ही इस कलिकाल में मनुष्य का उद्धार है. कहा कि अनेकों सत्कर्म के बाद ही मनुष्य का जीवन मिलता है. भगवान श्रीराम परम उदार, दयालु व मार्गदर्शक हैं. भगवान श्रीराम का नाम उनसे बड़ा है. संसार के सभी जीवों का कल्याण रामकथा के श्रवण से ही हो पाएगा. कथा के बीच-बीच में प्रसंग आधारित संगीतमय भजन-कीर्तन से रामभक्त भक्तिरस के सागर में गोते लगाते रहे. इससे पहले गाजे-बाजे के साथ भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली गयी. 151 महिला व कन्याएं कथा पंडाल से चलकर कमला नदी तट पर पहुंची. वहां मंगल कलश में पवित्र जल लेकर नगर भ्रमण करते हुए कथा पंडाल पहुंची, जहां वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच कलश स्थापित किया गया. इस दौरान जय श्रीराम, हर-हर महादेव, धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, जगत का कल्याण हो सरीखे नारे लगाये गये. बजरंग दल के जिला संयोजक सुभाष शर्मा भगवाधारी, प्रदीप यादव, राम शंकर यादव, मनोज मालाकार, रंधीर यादव, सोनू मुखिया, मोहन मालाकार आदि ग्रामीण सक्रिय दिखे.
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