स्नातक प्रथम सेमेस्टर के रिजल्ट में सुधार की मांग को लेकर एमएसयू ने किया प्रदर्शन

मिथिला स्टूडेंट्स यूनियन ने स्नातक प्रथम सेमेस्टर सत्र 2023-27 के रिजल्ट में सुधार समेत चार सूत्री मांग को लनामिवि मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 11, 2024 11:06 PM

दरभंगा. मिथिला स्टूडेंट्स यूनियन ने स्नातक प्रथम सेमेस्टर सत्र 2023-27 के रिजल्ट में सुधार समेत चार सूत्री मांग को लनामिवि मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया. करीब तीन घंटे तक आंदोलन चलने के बाद विवि अधिकारियों से संगठन के प्रतिनिधियों की वार्ता हुई. वार्ता में डीएसडब्ल्यू प्रो. विजय कुमार यादव, परीक्षा नियंत्रक प्रो. विनोद कुमार ओझा, उप परीक्षा नियंत्रक डॉ इंसान अली, डॉ मनोज कुमार, उपकुलसचिव डॉ कामेश्वर पासवान आदि शामिल थे. संगठन के प्रतिनिधियों ने बताया कि अधिकारियों ने मांगों के बाबत आश्वासन दिया कि जिन छात्रों ने रिजल्ट में गड़बड़ी की शिकायत से संबंधित आवेदन जमा किया है, उन सभी का रिजल्ट 13 जुलाई की शाम तक अपडेट कर दिया जाएगा. प्रोमोटेड छात्रों का 80 प्रतिशत तक रिजल्ट दो दिनों में सुधार दिया जाएगा. 25 जुलाई तक पार्ट थ्री का रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा. राज भवन को पत्राचार कर नये सत्र में नामांकन के बाद चुनाव कराने का हर संभव प्रयास किया जाएगा. इससे पूर्व संगठन के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अनीश चौधरी के नेतृत्व में छात्रों ने विवि के प्रशासनिक भवन के मेन गेट को घेर कर विवि प्रशासन व डाटा सेंटर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. विश्वविद्यालय संयोजक अमन सक्सेना व अध्यक्ष अनीश चौधरी ने कहा कि जब भी विश्वविद्यालय कोई रिजल्ट जारी करता है, उसमें काफी अनियमित पायी जाती है. परीक्षा देने वाले छात्रों को भी एब्सेंट कर रिजल्ट प्रोमोटेड कर दिया जाता है. कम नंबर दिया जाता है. यह सिलसिला पिछले चार साल से चल रहा है. इसका एक मात्र कारण विश्वविद्यालय का अक्षम डाटा सेंटर है. डाटा सेंटर पर कार्रवाई नहीं की जाती है. इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पर रहा है. गलती कॉलेज और विश्वविद्यालय करता है और परेशान छात्रों को किया जाता है. आदित्य मिश्रा, कृष्ण मोहन झा, अभिषेक झा, गौतम झा, संदीप सिंह, तुलसी कुमारी, पिंटू कुमार, कुंदन भारती, अमरेश कश्यप, अंकित कुमार आदि ने भी विचार रखा. वार्ता के बाद आंदोलन को तत्काल समाप्त करने की घोषणा की गयी. छात्रों ने कहा कि समझौता के अनुरूप मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो फिर आंदोलन किया जाएगा. आंदोलन में रजत रंजन, सूरज ठाकुर, प्रतिक सत्संगी, अंकित कुमार, किशन कुमार, गौतम झा, रवि रंजन, लड्डू चौपाल, मो. अमिरुल, विकाश, हरिओम, प्रियांशु, हिना, सोनू, ममता कुमारी, पंकज, अजय, मनोज, बिट्टू, सरोज, लक्ष्मण झा, ऋषिकेश झा, विष्णु अम्बेडकर, देव नारायण, अविनाश, मनीष, विक्रम, कन्हैया, दीपा, सादिया, मंजू, रंजना आदि शामिल थे.

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