संत जगरनाथ की पुण्यतिथि पर मैथिली की तीन पुस्तकों का हुआ विमोचन
सुल्तानपुर गांव में साहित्य सृजन व गतिविधि को संपोषित करने वाली जयराम शोध संस्थान के तत्वावधान में संत जगरनाथ चौधरी की पुण्य तिथि बुधवार को मनायी गयी.
कुशेश्वरस्थान. सुल्तानपुर गांव में साहित्य सृजन व गतिविधि को संपोषित करने वाली जयराम शोध संस्थान के तत्वावधान में संत जगरनाथ चौधरी की पुण्य तिथि बुधवार को मनायी गयी. उनकी मूर्ति के समक्ष डॉ भीम झा की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर पुस्तक विमोचन समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि नरेश कुमार विकल, विशिष्ट अतिथि डॉ रमानंद झा रमण, डॉ महेंद्र नारायण राम, डॉ चंद्रमणि झा, सुरेंद्र शैल व दीप नारायण ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. कार्यक्रम की शुरुआत जय जय भैरव… भगवती वंदना से की गयी. वहीं वर्ष 2024 का संत शोध सम्मान मैथिली के प्रो. डॉ रामावतार यादव व वासुदेव गोविंद काव्य शिरोमणि सम्मान शंकर मधुपांश को दिया गया. इन दोनों को पाग-चादर, स्मृति चिन्ह, चांदी की कलम व 51 सौ रुपये प्रदान किये गये. इस दौरान साहित्यकार डॉ रंगनाथ दिवाकर लिखित पुस्तक मिथिला परिजात मंञ्जरी, डॉ महेंद्र नारायण राम रचित लोक काव्य कुसुम तथा दीप नारायण विरचित पुस्तक अभिज्ञाण महाप्रयाण का लोकार्पण किया गया. मुख्य अतिथि डॉ विकल ने कहा कि कुशेश्वरस्थान के बाढ़ से ग्रसित सुलतानपुर जैसे सुदूर इलाके में सद्गृहस्थ संत जगन्नाथ चौधरी जैसे संत प्रवृति की पुण्यतिथि का आयोजन बड़ी बात है. इस तरह के आयोजन से मिथिला की संस्कृति को विस्तार का अवसर प्राप्त होता है. मौके पर रमांद चौधरी, दिनेश नारायण चौधरी, श्यामनंद चौधरी, भगीरथ चौधरी, सोने लाल भगत, शशि कुमार दास, सत्येंद्र कुमार सुमन आदि मौजूद थे. 1
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