मिस्त्री की मौत से उजड़ गया सुहाग, तीन बच्चों के सिर से उठ गया पिता का साया
ककोढ़ा पंचायत के ककोढ़ा वार्ड 10 निवासी प्राइवेट बिजली मिस्त्री इमरान (32) की मौत से परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा है.
तारडीह. ककोढ़ा पंचायत के ककोढ़ा वार्ड 10 निवासी प्राइवेट बिजली मिस्त्री इमरान (32) की मौत से परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा है. पत्नी के सामने तीन छोटे-छोटे बच्चों की परवरिश की समस्या खड़ी हो गयी है. यह फिक्र उसे खाये जा रही है. सनद रहे कि शुक्रवार को पोल पर चढ़कर तार ठीक करने के दौरान करंट लगने से इमरान की मौत हो गयी थी. मृतक के भाई बकाउद्दीन ने बताया कि विद्युत विभाग से जुड़े कुछ मानव बल के साथ रहकर इमरान बिजली विभाग का काम करता था. शुक्रवार को काफी देर से बिजली बाधित थी. वह जुम्मा का नमाज अदा कर घर में बैठा ही था कि किसी मानव बल ने फोन कर उसे बुलाया. ककोढ़ा-बैका के बीच बिजली पोल पर चढ़कर बाधित बिजली को ठीक करने के लिए कहा. वह पोल पर चढ़कर ठीक ही कर रहा था कि इसी दौरान तार में करंट प्रवाहित हो गयी, जिससे वह झुलसकर गिर गया. मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. घटना की जानकारी मिलते ही विभागीय एसडीओ सौरव कुमार, जेइ अनवर शाह कैसर, सीओ दिलीप कुमार गुप्ता व सकतपुर थानाध्यक्ष मनीष कुमार वहां पहुंचे. वस्तुस्थिति की जानकारी ली. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया गया. इस संबंध में जेइ ने बताया कि वह प्राइवेट रूप से बिजली का काम करता था. किसके कहने पर वह काम करता था, जानकारी विभाग को नहीं दी गयी थी. हालांकि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. वहीं एसडीओ ने बताया कि उसकी मौत दु:खद है. विभागीय प्रावधान के अनुसार हरसंभव सहयोग किया जाएगा. सीओ ने बताया कि इस तरह की मौत पर अंचल से कोई मुआवजा का प्रावधान नहीं है. सकतपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि शव को विभागीय प्रक्रिया के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. समाचार लिखे जाने तक पोस्टमार्टम से उसका शव गांव नहीं पंहुचा था.