जल संसाधन मंत्री ने कटाव निरोधक योजना का किया लोकार्पण, पढ़िए केंद्र सरकार पर क्यों कसा तंज
प्रदेश की सरकार बाढ़ व सुखाड़ से लोगों को निजात दिलाने के लिए कई योजनाएं चला रही है. इसके तहत पहली बार पश्चिमी कोसी नहर योजना के माध्यम से मनीगाछी व बेनीपुर के लोगों को नहर की पानी से सिंचाई का सुविधा प्रारंभ हुआ है.
जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने सोमवार को संगम धाम त्रिमुहानी व लवानी में छह करोड़ की लागत से जीबछ- कमला नदी में बनाये गये कटाव निरोधक योजना का लोकार्पण किया. जल संसाधन मंत्री इस अवसर पर केंद्र सरकार पर जमकर तंज भी कसा. योजनाओं के नाम बताकर उन्होंने केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया. इससे पहले जीबछ- कमला नदी में बनाये गये कटाव निरोधक योजना का लोकार्पण करते हुए उन्होंने कहा कि इस कटाव निरोधक कार्य से क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ होगा. इस योजना को पूरा नहीं किया गया होता, तो बाढ़ के समय में इस गांव के कई घर नदी में समाहित हो सकते थे. उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार बाढ़ व सुखाड़ से लोगों को निजात दिलाने के लिए कई योजनाएं चला रही है. इसके तहत पहली बार पश्चिमी कोसी नहर योजना के माध्यम से मनीगाछी व बेनीपुर के लोगों को नहर की पानी से सिंचाई का सुविधा प्रारंभ हुआ है.
उन्होंने कहा कि पश्चिमी कोसी नहर से सकरी में इतना पानी मिल रहा है, जिससे पूरे जिले के हर खेत को पानी उपलब्ध हो सकता है. सरकार इस दिशा में भी काम कर रही है. उन्होंने कहा कि इस बार भू-गर्भीय जलस्तर नीचे खिसक गया है. चापाकल फेल हो गये, तो लोगों को मुख्यमंत्री के नल-जल योजना का महत्व समझ में आया है. उन्होंने जलस्तर नीचे खिसकने जैसी समस्याओं पर चिंता व्यक्त की. कहा कि आने वाले समय में यह विकराल रूप धारण कर सकता है. इस दिशा में भी जल संसाधन विभाग द्वारा कार्य किया जा रहा है. नदी में पानी आने व मृत कमला नदी को जीवित करने का काम चल रहा है. इससे वाटर लेवल बना रहेगा. सड़क, बिजली, पानी अगर लोगों को मिलता रहेगा, तो बिहार विकास के पथ पर सदा आगे बढ़ता रहेगा.
उन्होंने कहा कि बिहार में नेपाल से बाढ़ आती है. नेपाल में यदि डैम का निर्माण हो जाता, तो बिहार को स्थायी रूप से बाढ़ से निजात मिल जाती. बिजली का उत्पादन होता. इसके लिए दोनों देशों के बीच संधि भी हो चुका है, परंतु केंद्र सरकार मिथिला के विकास के प्रति संवेदनशील नहीं है. उन्होंने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि नौ साल में बिहार का विकास नहीं हुआ. बिहार में एक भी स्मार्ट सिटी नहीं बनी. आज लोगों को दरभंगा रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने की बात कह बरगलाने का प्रयास किया जा रहा है. इसका जीता-जागता उदाहरण आज तक दरभंगा से एक भी सुपरफास्ट ट्रेन का परिचालन नहीं हुआ. लालूजी के समय में चलाये गये गरीब रथ को दरभंगा से प्रतिदिन संचालन तक नहीं हो सका.
केंद्र सरकार की नमामी गंगे योजना विफल साबित हो गयी. बिहार सरकार अपने बलबूते पर मिथिला के मोक्ष धाम सिमरिया घाट को हड़की पौड़ी की तरह सजाने का काम कर रही है. वहां पांच सौ मीटर में घाट का निर्माण किया जा रहा है. धर्मशाला, कल्पवास, बाथरूम, शौचालय का निर्माण कार्य किया जा रहा है. इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा. विधायक प्रो.विनय कुमार चौधरी ने कहा कि विकास कार्य को वोट से जोड़िये, तभी विकास होगा. वैसा यहां नहीं होता है. जब तक विकास को वोट से नहीं जोड़ियेगा तबतक विकास नहीं होगा. कार्य दिखाई दे रहा है. नीतीश सरकार में संजय झा के प्रयास से क्षेत्र का विकास हो रहा है. संजय झा को सम्मान दीजिए. यह सम्मान वोट से ही होगा. कुशेश्वरस्थान के विधायक अमन भूषण हजारी ने मंत्री संजय झा के विकास कार्यों की सराहना की. कहा कि इन्हीं के प्रयास से नीतीश सरकार में मिथिला ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार में विकास का परचम लहरा रहा है.
राजद के प्रदेश महासचिव राम विनोद झा कमल सेठ ने कहा कि संजय झा विकास पुरुष हैं. महागठबंधन की सरकार में पूरे बिहार में विकास की लहर चल रही है. कार्यक्रम की अध्यक्षता राजद प्रखंड अध्यक्ष नीलांबर यादव कर रहे थे. इस दौरान ग्रामीणों ने मंत्री संजय झा सहित अन्य अतिथियों को पाग-चादर व माला से सम्मानित किया. मौके पर प्रमुख चौधरी मुकुंद राय, जदयू नेता अमित कुमार राय, पूर्व उपप्रमुख प्रेम कुमार झा, जिला परिषद सदस्य हरि मोहन यादव, जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता नंद कुमार झा, कार्यपालक अभियंता साजिद इकबाल सहित लवानी व त्रिमुहानी के लोग मौजूद थे.