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Darbhanga News: संदिग्ध प्रमाण पत्र एवं आधार मिसमैच वाले अभ्यर्थियों को मिला काउंसेलिंग का मौका

Darbhanga News:जिन सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षक अभ्यर्थियों का काउंसेलिंग के दौरान बायोमेट्रिक तो सत्यापित हुआ, लेकिन आधार सत्यापन नहीं हुआ, ऐसे अभ्यर्थियों का फिर से बायोमेट्रिक सत्यापन होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | November 1, 2024 11:22 PM

Darbhanga News: दरभंगा. जिन सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षक अभ्यर्थियों का काउंसेलिंग के दौरान बायोमेट्रिक तो सत्यापित हुआ, लेकिन आधार सत्यापन नहीं हुआ, ऐसे अभ्यर्थियों का फिर से बायोमेट्रिक सत्यापन होगा. ऐसे शिक्षकों को डीइओ कार्यालय में चार नवंबर तक साक्ष्य के साथ आवेदन करना है. वहीं जिन नियोजित शिक्षक अभ्यर्थियों की योग्यता एवं अन्य प्रमाण पत्र से संबंधित सर्टिफिकेट संदिग्ध पाए गए थे, उन्हें डीइओ के यहां 09 नवंबर तक आवेदन करना है. बता दें कि 01 अगस्त से 13 सितंबर तक आयोजित काउंसेलिंग में आधार मिसमैच, संदिग्ध प्रमाण पत्र एवं अन्य कारण से अभिलेख सत्यापन नहीं होने वाले शिक्षकों की संख्या जिले में 602 है. माध्यमिक शिक्षा उपनिदेशक शिवनाथ प्रसाद द्वारा डीइओ के नाम जारी पत्र के अनुसार काउंसेलिंग के दौरान जिन शिक्षकों का एक या एक से अधिक प्रमाण पत्र संदिग्ध पाया गया है, उन्हें सही प्रमाण पत्र अपलोड करने के लिये बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा सॉफ्टवेयर में विकल्प प्रदान किया गया है. इसके लिए 09 नवंबर तक का समय दिया गया है. बता दें कि सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों की काउंसेलिंग एमएल एकेडमी में 01 अगस्त से 13 सितंबर तक हुई थी. इसमें 9850 सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षक अभ्यर्थियों को अभिलेख सत्यापन के लिए बुलाया गया था. काउंसेलिंग से 252 शिक्षक अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. 8996 अभ्यर्थियों का अभिलेख सत्यापन हुआ. काउंसेलिंग के दौरान उपस्थित 602 शिक्षकों का बायोमेट्रिक सत्यापित तो हुआ था, लेकिन नाम में अंतर, जन्म तिथि में अंतर, आधार संख्या की गलत प्रविष्टि, सर्टिफिकेट संदिग्ध होने व अन्य कारणों से अभिलेख सत्यापन नहीं हो पाया था. इस तरह से शुरू की जानी है प्रक्रिया स्थापना डीपीओ संदीप रंजन ने बताया कि ऐसे अभ्यर्थी, जिनका अभिलेख सत्यापन नहीं हो पाया है, वे सर्वप्रथम साक्ष्य के साथ डीइओ कार्यालय में आवेदन जमा करेंगे. अभ्यर्थियों द्वारा उपलब्ध कराए गए संशोधित नाम, जन्मतिथि, लिंग, आधार संख्या एवं मोबाइल नंबर को स्थापना डीपीओ कार्यालय द्वारा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा. शिक्षक अभ्यार्थियों द्वारा पूर्व में आवेदन भरते समय अंकित किए नाम, जन्मतिथि, लिंग, आधार संख्या एवं मोबाइल नंबर सॉफ्टवेयर में यथावत रहेगा. शिक्षक अभ्यार्थियों द्वारा इस पर किसी प्रकार की ओवरराइटिंग नहीं की जानी है.

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