मिथिला विश्वविद्यालय मुख्यालय समेत कॉलेजों में पूरी तरह से बंद रहा कामकाज
पदोन्नति प्रभार दिये जाने की मांग को लेकर लगातार पांचवें दिन मंगलवार को भी विवि का कामकाज ठप कर धरना दिया गया.
दरभंगा. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ दरभंगा तथा बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ प्रक्षेत्र की ओर से चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को पदोन्नति प्रभार दिये जाने की मांग को लेकर लगातार पांचवें दिन मंगलवार को भी विवि का कामकाज ठप कर धरना दिया गया. वहीं विवि मुख्यालय के साथ-साथ सभी अंगीभूत काॅलेजों के कर्मचारियों ने भी कॉलेजों का काम बंद रखा. काॅलेजकर्मी विवि मुख्यालय पहुंचे तथा धरना में शामिल हुए. कर्मियों ने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होगी, आंदोलन जारी रहेगा. विवि मुख्यालय के धरना में बिहार राज्य विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष शंकर यादव, बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ प्रक्षेत्र दरभंगा के संरक्षक मो. शमशाद अली, मंत्री विनय कुमार झा, जिला मंत्री राधेश्याम झा, प्रक्षेत्र के संयुक्त मंत्री महेंद्र महान, कुलदीप कुमार झा, हर्षवर्धन सिंह, नारायण जी झा, संजय श्रेष्ठ, अभिषेक कुमार, देवेंद्र झा, शम्भू ठाकुर, राम शंकर झा, विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के सचिव मनोज कुमार राम, अशोक कुमार अरविंद, रामसेवक भारती, अमृतनाथ झा, शंकर पासवान, निरपत नारायण झा, रामसेवक दास, अजय कुमार, निरेंद्र कुमार, रंजन कुमार झा आदि शामिल थे. बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय प्रक्षेत्रीय शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ की ओर से सभी 43 अंगीभूत काॅलेजों में मंगलवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू होने से कॉलेज एवं छात्रों का अधिकांश कामकाज बाधित रहा. मूल रूप से विभिन्न प्रकार का प्रमाणपत्र, सीएलसी, आवेदनों का अग्रसारण आदि का काम प्रभावित रहा. वहीं स्नातक प्रथम सेमेस्टर में नामांकन का कार्य बाधित हुआ. जिन काॅलेजों को विशेष प्रायोगिक परीक्षा के लिए केंद्र बनाया गया था, वहां किसी तरह से प्रधानाचार्य व शिक्षकों के सहयोग से कार्य पूरा किया जा सका. नियमित शिक्षकेत्तर कर्मचारियों पर आश्रित काॅलेजों का कार्य पूरी तरह ठप रहा. यह स्थिति एक या दो कालेजों की नहीं, बल्कि शहर से लेकर सुदूर क्षेत्रों के कालेजों की रही. बता दें कि विवि स्तर पर 26 जुलाई से ही छात्रों का कोई काम नहीं रहा है. थोड़ा बहुत काॅलेज स्तर का जो काम छात्रों का हो रहा था, वह भी आज से बंद हो गया. कार्य को लेकर कॉलेज पहुंचे छात्र-छात्रा यहां से वहां तक भटकते रहे. लगातार पांच दिनों तक विवि एवं महाविद्यालय के विभिन्न शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ की ओर से चलाये जा रहे आंदोलन के आगे मंगलवार को लनामिवि प्रशासन सरेंडर कर गया. विवि ने चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को अस्थायी पदोन्नति प्रभार दिये जाने की अधिसूचना जारी कर दी है. जारी अधिसूचना के अनुसार विवि मुख्यालय, पीजी विभाग सहित दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर एवं बेगूसराय के अंगीभूत काॅलेजों में कार्यरत कुल 164 चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को प्रोन्नति पद का कार्यकारी प्रभार विहित वेतनमान के साथ योगदान की तिथि से दिया गया है. इन 164 कर्मियों को आदेशपाल से निम्नवर्गीय लिपिक पद का प्रभार देने संबंधित अधिसूचना जारी की गयी है. कुलसचिव ने बताया कि प्रोन्नति देने के मामले में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय बिहार में पहले पायदान पर है. बताया कि विवि मुख्यालय में 26, दरभंगा में 62, मधुबनी में 33, समस्तीपुर में 33 और बेगूसराय में 10 चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की प्रोन्नति दी गई है.
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