निजी स्कूलों में शिक्षा के अधिकार कानून के तहत नामांकन को लेकर मात्र 102 बच्चों का निबंधन

16 जून तक मात्र 102 बच्चों का पंजीकरण हुआ. जबकि शैक्षणिक सत्र 2023- 24 में 37 हजार 37 बच्चों का ऑफलाइन नामांकन हुआ था.

By Prabhat Khabar News Desk | June 17, 2024 10:57 PM

दरभंगा. जिले में 324 निजी विद्यालय प्रस्वीकृत हैं. इनमें चालू शैक्षणिक सत्र (2024- 25) से ऑनलाइन ज्ञानदीप पोर्टल के माध्यम से आरटीइ के (शिक्षा का अधिकार) तहत अलाभकारी एवं कमजोर वर्ग श्रेणी के बच्चों के नामांकन के लिए 16 जून तक पंजीकरण होना था. 16 जून तक मात्र 102 बच्चों का पंजीकरण हुआ. जबकि शैक्षणिक सत्र 2023- 24 में 37 हजार 37 बच्चों का ऑफलाइन नामांकन हुआ था. शिक्षा विभाग ने अब पंजीकरण की तिथि 25 जून तक बढ़ा दी है. प्राथमिक शिक्षा निदेशक मिथिलेश मिश्र ने निबंधन में तेजी लाने के लिये डीइओ एवं डीपीओ एसएसए से कहा है. निदेशक का कहना है कि किसी भी तरह की लापरवाही सामने आने पर प्रस्वीकृत विद्यालयों का निबंधन रद्द करते हुए, विभागीय कार्यवाही प्रारंभ करें. जन जागरूकता अभियान चलावें, ताकि अधिक से अधिक बच्चों को इसका लाभ मिल सके. डीपीओ ने बीइओ एवं विद्यालय संचालकों को जन जागरूकता अभियान चलाने को कहा है, ताकि योग्य बच्चे का पंजीकरण कराया जा सके. अभिभावक स्वयं भी gyandeep–rte.bihar.gov.in लिंक पर बच्चों का पंजीकरण कर सकते हैं. कहा है कि निबंधन प्रक्रिया में दिक्कत आने पर अभिभावक उनसे कार्यालय अवधि में संपर्क कर सकते हैं. प्रस्वीकृत निजी विद्यालयों में कुल नामांकन का 25 प्रतिशत सीट अलाभकारी समूह एवं कमजोर वर्ग से आने वाले बच्चों के लिए रिजर्व है. इन बच्चों को स्कूलों में निशुल्क शिक्षा दी जानी है. बच्चों के ट्यूशन फी का खर्च शिक्षा विभाग उठाता है. जिले में 324 प्रस्वीकृत निजी विद्यालय है. शैक्षणिक सत्र 2023-24 में ऑफलाइन 37 हजार से अधिक बच्चों का नामांकन इन स्कूलों में हुआ था. नामांकन में पारदर्शिता को लेकर इस साल शिक्षा विभाग ने ज्ञानदीप पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की है. नयी व्यवस्था के कारण नाम मात्र की संख्या में बच्चों का पंजीकरण हुआ है. जानकारों के इस वर्ग के लिए रिजर्व सीट पर नयी व्यवस्था के कारण फर्जीवाड़े पर पूरी तरह से रोक लगने की बात कही जा रही है. डीपीओ एसएसए रवि कुमार ने बताया कि ऑनलाइन पंजीकरण से फर्जीवाड़े पर रोक लगी है. ज्ञानदीप पोर्टल पर पंजीकरण अवधि में विस्तार किया गया है. प्रस्वीकृत विद्यालय एवं बीइओ को जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया है, ताकि अलाभकारी समूह एवं कमजोर वर्ग से आने वाले अधिक से अधिक बच्चों का निशुल्क पंजीकरण इन निजी विद्यालयों में हो सके.

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