Darbhanga News: विभाग नौ सौ मीट्रिक टन डीएपी खाद उपलब्ध होने का कर रहा दावा, भटक रहे हैं किसान

Darbhanga News:विभाग दावा कर रहा है कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में 900.6 मीट्रिक टन डीएपी खाद उपलब्ध है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 21, 2024 11:01 PM

Darbhanga News: बहादुरपुर. गेहूं की बोआई का समय बीता जा रहा है और किसान डीएपी खाद के लिए भटक रहे हैं. इधर विभाग दावा कर रहा है कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में 900.6 मीट्रिक टन डीएपी खाद उपलब्ध है. सभी प्रखंडों के खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के पास डीएपी खाद होने के बावजूद किसानों को नहीं मिल रहा है. वहीं मिक्चर खाद विभिन्न प्रखंडों में 2374.350 मीट्रिक टन उपलब्ध है. विभाग उसी के सहारे खेती के लिए किसानों को प्रेरित भी कर रहा है. हालांकि किसान मानने को तैयार नहीं हैं. उन्हें मिक्चर खाद पर भरोसा नहीं है. इसका लाभ कालाबाजारी करने वाले तथा नकली खाद बेचने वाले उठा रहे हैं. जिले में चोरी-छिपे कहीं-कहीं जो डीएपी खाद मिल रहा है, वह नकली है. अधिक कीमत पर नकली खाद किसान खरीद रहे हैं. विक्रेताओं द्वारा 18 सौ से दो हजार रुपये प्रति बोरा वसूला जा रहा है. इस परिस्थिति में किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. किसान विभाग से बराबर इसकी शिकायत भी करते हैं.

बगल के जिलाें से आ रहा है नकली खाद

जानकारी के अनुसार बगल के जिले में व्यापक रूप से नकली खाद बनाकर असली डीएपी व पोटाश के बोरे में पैकिंग कर मार्केट में उतारा जा रहा है. खासकर जिले के सीमावर्ती इलाकों में थोक व खुदरा उर्वरक विक्रेताओं नकली डीएपी एवं पोटाश की बिक्री कर अधिक मुनाफा कमा रहे हैं.

सरकार ने कर निर्धारित कर रखा है मूल्य

विभिन्न उर्वरकों का राज्य सरकार व कृषि विभाग द्वारा मूल्य निर्धारण किया गया है. इसके तहत डीएपी 1350 रुपए बैग, पोटाश 1650 रुपये, सिंगल सुपर फास्फेट 600 से 700 रुपये व मिक्चर 23:2:16 -1470 रुपए, 20:20:13-13 सौ रुपये, 14:28 -1360 रुपये निर्धारित किया गया है.

जिले के विभिन्न प्रखंडों में डीएपी उपलब्ध

जिले को डीएपी की आवश्यकता 6500 मीट्रिक टन है. इसके आलोक में 21 नवंबर तक 2211 मीट्रिक टन डीएपी उपलब्ध हो सकी है. 4289 मीट्रिक टन डीएपी कम उपलब्ध कराया जा सका है. इसी प्रकार मिक्सचर (एनपीके) की आवश्यकता 9500 मीट्रिक टन के आलोक में 2583.148 मीट्रिक टन जिला को उपलब्ध कराया जा सका है.

प्रखंड डीएपी मिक्चर (मीट्रिक टन में )अलीनगर 37.45 65.2बहादुरपुर 233.35 206.45बहेड़ी 67.95 245.748बेनीपुर 52.6 212.85बिरौल 105.375 321.15सदर 46 232.4घनश्यामपुर 56.1 70.95गौड़ाबौराम 31.35 126.4हनुमाननगर 35.35 112हायाघाट 17.35 92.3जाले 50.35 236.5केवटी 13.65 242.65किरतपुर 25.5 47.75कुशेश्वरस्थान 46.55 108.4कुशेश्वरस्थान पूर्वी 64.5 55.35मनीगाछी 7.35 51.6सिंहवाड़ा 11.65 132तारडीह 8.475 23.45

एक-दो दिनों में खाद की रैक लगने की उम्मीद

डीएओ विपिन बिहारी सिन्हा ने बताया कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में 900.6 मीट्रिक टन डीएपी एवं मिक्चर (एनपीके ) 2583.148 मीट्रिक टन उपलब्ध है. किसान खेतों में मिक्चर (एनपीके) का छिड़काव कर गेहूं की बोआई कर सकते हैं. जिला प्रशासन द्वारा ने राज्य सरकार व विभाग से डीएपी खाद की मांग की गयी है. एक-दो दिनों के अंदर डीएपी खाद की रैक लगने की उम्मीद जतायी जा रही है. किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है.

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