दरभंगा. दरभंगा मेडिकल कॉलेज में कार्यरत चिकित्सकों की गैर हाजिरी अब पीजी कोर्स को प्रभावित करेगी. इसे लेकर एनएमसी (नेशनल मेडिकल कमिशन) की ओर से सख्त कार्रवाई की जायेगी. नये प्रावधान के अनुसार अब डीएमसीएच का फिजिकल निरीक्षण नहीं किया जायेाग. इस साल से इसे मूर्त रूप दिया जा रहा है. सभी विभागों में चिकित्सकों की अनुपस्थिति डीएमसी पर भारी पड़ेगी. विभागों में 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति पर संबंधित डिपार्टमेंट के पीजी सीट को कम कर दिया जायेगा. सीसीटीवी के माध्यम से इसकी निगरानी सीधे दिल्ली से की जायेगी. इसके लिये पूरे डीएमसीएच में 25 कैमरे लगाये गये हैं. वहीं विभिन्न विभागों में पांच एवास मशीन से उपस्थिति दर्ज की जा रही है. सभी कैमरों के निकट भी सीसीटीवी लगाये गये हैं, ताकि उपस्थिति दर्ज करने के दौरान एनएमसी की नजर रहे. विदित हो कि डीएमसी में 144 पीजी व 120 यूजी सीटों पर पढ़ाई हो रही है. कॉलेज प्रशासन की ओर से इन सीटों को 250 करने को लेकर विभागीय कोशिश चल रही है. एनएमसी के निर्देश के अनुपालन के मद्देनजर दरभंगा मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ केएन मिश्रा पिछले माह से विभिन्न विभागों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं. यह सिलसिला जारी है. विभागीय जानकारी के अनुसार अब तक दो दर्जन से अधिक चिकित्सक डयूटी से गायब मिल चुके हैं. कॉलेज प्रशासन की ओर से उन लोगों से स्पष्टीकरण पूछा गया है. बताया गया कि इस बार अंतिम चेतावनी देकर सभी को छोड़ दिया जायेगा. आगामी निरीक्षण में चिकित्सकों के द्वारा लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही गयी है. एनएमसी के निर्देश से इन विभागों में कैमरा लगाये गये हैं. इसका कंट्रोल एनएमसी के पास है. इसमें लेक्चर थियेटर, मेन गेट, आउटडोर, लेबोरेटरी, पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री आदि विभागों में लगाये गये हैं. वहीं उपस्थिति दर्ज करने के लिये डीएमसी ऑफिस, सर्जरी बिल्डिंग, मेडिसिन, पावर ग्रिड व सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में मशीन लगाये गये हैं. डीएमसी के प्रार्चाय डॉ केएन मिश्रा ने बताया कि एनएमसी के निर्देश से विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया जा रहा है. अब स्थिति में सुधार हो रही है.
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