Darbhanga News: दरभंगा. करीब दो साल बाद दरभंगा एयरपोर्ट को स्थायी निदेशक मिल गया है. मंगलोर के जूनियर जीएम नावेद नजीम ने सोमवार की शाम चार बजे पदभार ग्रहण कर लिया. वर्षों से स्थायी निदेशक नहीं होने से दरभंगा एयरपोर्ट पर विकास कार्य प्रभावित हो रहा था. उम्मीद जतायी जा रही है कि नये डायरेक्टर के कार्यभार ग्रहण करने से हवाइ अड्डा का विकास तेजी से हो सकेगा. विदित हो कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के रीजनल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने 12 दिसंबर को इस बाबत लेटर जारी किया था. इसके पूर्व इलेक्ट्रिक विभाग के डीजीएम पार्था साहा नवंबर 2023 से प्रभारी निदेशक के पद पर कार्यरत थे. बताया जाता है कि सितंबर 2022 से ही दरभंगा एयरपोर्ट पर स्थायी निदेशक का पद खाली था.
इससे पहले रह चुके दो पूर्णकालिक निदेशक
आठ नवंबर 2020 को उड़ान योजना के तहत दरभंगा से उड़ान सेवा की शुरुआत की गयी थी. बीके मंडल को दरभंगा हवाई अड्डा का पहला डायरेक्टर बनाया गया. उसके बाद मनीष कुमार दरभंगा के स्थायी निदेशक बनें. मनीष कुमार के जाने के बाद से एयरपोर्ट अस्थायी निदेशक के सहारे था.दो निदेशक ने नहीं किया ज्वाइन
दो साल पहले सितंबर माह में एयरपोर्ट डायरेक्टर मनीष कुमार के तबादले के बाद विभाग ने शशिकांत चतुर्वेदी को यहां नियुक्त किया था. उन्होंने ज्वाइन नहीं किया. इसी साल अप्रैल माह में काशीनाथ यादव को दरभंगा हवाई अड्डा का निदेशक बनाया गया. लेकिन, किसी कारणवश वे भी यहां नहीं आये. मनीष कुमार के जाने के बाद एयरपोर्ट पर कार्यरत सत्येंद्र झा को प्रभार दिया गया. सत्येंद्र झा के पटना तबादले के बाद इलेक्ट्रिक विभाग के डीजीएम पार्था सहाय निदेशक की अतिरिक्त जिम्मेदारी निभा रहे थे. साल 23 के नवंबर माह से पार्थो साहा प्रभारी के रूप में कार्यरत थे. एयरपोर्ट डायरेक्टर नावेद नजीम ने बताया कि पहली बार दरभंगा आया हुं. दरभंगा हवाई अड्डा के नये निदेशक के रूप में ज्वाइन किया है. कुछ दिनों तक यहां की स्थिति से वाकिफ होना है. उसके बाद हवाई अड्डा के विकास के लिए कदम उठाये जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है