Darbhanga News: बिरौल. सिविल सर्जन अरुण कुमार ने सोमवार को बिरौल अनुमंडलीय अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान व्यवस्था में कई खामियां सामने आयी. साफ-सफाई में लापरवाही बरती जा रही है. डॉक्टरों की उपस्थिति न्यूनतम थी. मरीजों को जरूरी सुविधा भी नहीं मिल पा रही थी. निरीक्षण के दौरान नौ चिकित्सक नदारद मिले. सीएस ने सख्त कार्रवाई करते हुए अनुपस्थित चिकित्सकों के एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया. स्वास्थ्य प्रबंधक विनय भूषण की लापरवाही पर उनके वेतन में पांच प्रतिशत की कटौती की सिफारिश की. अनुपस्थित डॉक्टरों में डॉ अविनाश कुमार, डॉ पवन कुमार उपाध्याय, डॉ फूल कुमार मिश्र, डॉ बिंदु प्रकाश द्विवेदी, डॉ संजीत कुमार, डॉ मनीष कुमार रजक, डॉ गरिमा मिश्र, डॉ शिवानी शेखर व आलमगीर शामिल थे. सीएस ने अस्पताल के विभिन्न वार्डों में मरीजों से स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में फीडबैक लिया. मरीजों ने बताया कि उन्हें अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिलती. समय पर भोजन नहीं दिया जाता. बाजार से दवा खरीदनी पड़ रही है. स्थानीय लोगों ने डेंगू जांच की भी सुविधा उपलब्ध नहीं होने की शिकायत की. इसपर सीएस ने दवा की उपलब्धता, डॉक्टरों की उपस्थिति और नर्सिंग स्टाफ के कामकाज की समीक्षा की. उन्होंने स्वास्थ्य प्रबंधक को अस्पताल की स्थिति में जल्द सुधार लाने का निर्देश दिया. वहीं एम्बुलेंस कर्मियों को भी मरीजों से किसी तरह का शुल्क नहीं लेने की हिदायत दी. उन्होंने आश्वासन दिया कि एक महीने के भीतर अस्पताल की हालत में सुधार लाया जाएगा, ताकि मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें. निरीक्षण के दौरान जेडीयू के जिला उपाध्यक्ष, स्वास्थ्य प्रबंधक व अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे.
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