Darbhanga News: शोधगंगा वेबसाइट पर शोध ग्रंथ अपलोड करने पर ही अब जारी होगी पीएचडी एवार्ड की अधिसूचना
Darbhanga News:लनामिवि से पीएचडी की उपाधि लेने वाले शोधार्थियों को अपने शोध ग्रंथ को शोधगंगा वेबसाइट पर अनिवार्य रूप से अपलोड करना होगा.
Darbhanga News: दरभंगा. लनामिवि से पीएचडी की उपाधि लेने वाले शोधार्थियों को अपने शोध ग्रंथ को शोधगंगा वेबसाइट पर अनिवार्य रूप से अपलोड करना होगा. शोधार्थी जब तक पीएचडी की मौखिकी परीक्षा के बाद अपने शोध ग्रंथ का शोधगंगा वेबसाइट पर अपलोड किये जाने संबंधी प्रमाण पत्र लनामिवि के केंद्रीय पुस्तकालय से प्राप्त नहीं करेंगे, तब तक उन्हें पीएचडी एवार्ड की अधिसूचना जारी नहीं होगी. कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी के निर्देश पर इस आशय का कार्यालय आदेश कुलसचिव ने जारी किया है. इससे संबंधित कार्यालय आदेश सभी संकायाध्यक्ष, पीजी विभागाध्यक्ष, उप परीक्षा नियंत्रक (शोध), केंद्रीय पुस्तकालय प्रभारी सहित अन्य को भेजा गया है. कहा गया है कि इनफ्लिबनेट सेंटर द्वारा दी जाने वाली सेवाओं में से एक शोधगंगा की वेबसाइट पर सभी शोध-प्रबन्ध को निश्चित रूप से अपलोड किया जाना है. इसके लिए यूजीसी द्वारा समय-समय पर निर्देश प्राप्त होता रहा है.
पुस्तकालय समिति चार अगस्त को ले चुकी है निर्णय
इस संबंध में पुस्तकालय समिति की चार अगस्त की बैठक में निर्णय लिया जा चुका है. कहा गया है कि ऐसे शोधार्थी, जिनका शोध-प्रबन्ध अद्यतन शोधगंगा पर अपलोड नहीं हुआ है, वे निम्न प्रारूप में पुस्तकालय के इ-मेल (Library Schemu.ac.in) पर अपने शोध-प्रबन्ध का साफ्ट कॉपी (पीडीएफ) पंजीयन पत्र के साथ इ-मेल कर दें. पीएचडी शोधार्थियों को मौखिकी की अधिसूचना तब तक हस्तगत नहीं करायी जायेगी, जब तक वे केंद्रीय पुस्तकालय से इस आशय का प्रमाण-पत्र प्राप्त नहीं कर लेंगे कि उनका शोध-प्रबन्ध शोधगंगा पर अपलोड किया जा चुका है.शोध-प्रबंध का अध्यायवार बनाना होगा फाइल
कहा गया है कि शोधार्थियों को शोध-प्रबन्ध के सॉफ्ट कॉपी (पीडीएफ) का अध्यायवार फाइल तैयार करना होगा. पीडीएफ के अध्याय एक में शीर्षक, दो में प्रारंभिक (शीर्षक, घोषणा, समर्पण, प्रमाण पत्र, पावती, तालिकाओं और ग्राफ आदि की सूची), तीसरे में कंटेंट, चौथे में एब्सट्रैक्ट, पांचवें से लगातार अलग- अलग अध्याय, इसके बाद क्रमशः अनुलग्नक (ग्रंथसूची संदर्भ प्रश्नावली प्रकाशन आदि), अनुशंसा सहित यदि अन्य हो तो उसका भी अध्याय बनाना है.वर्ष 2019 तक पीएचडी कर चुके शोधार्थियों का अपलोड हो चुका है शोध प्रबंध
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 तक पीएचडी कर चुके शोधार्थियों का शोधगंगा वेबसाइट पर शोध प्रबंध अपलोड कर दिया गया है. इसके बाद से शोध प्रबंधों को अपलोड किया जाना लंबित है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है