अब स्कूलों में नहीं होगा प्रतिदिन निरीक्षण, सप्ताह में कम से कम एक दिन होगी जांच
सभी सरकारी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों का नियमित निरीक्षण कराया जा रहा है.
दरभंगा. सभी सरकारी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों का नियमित निरीक्षण कराया जा रहा है. विद्यालय का संचालन मानक के अनुरूप हो सके, इसका प्रयास किया जा रहा है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने कहा है कि अब उप विकास आयुक्त प्रत्येक तीन महीने के लिए अनुश्रवण रोस्टर निर्धारित करेंगे. प्रत्येक पदाधिकारी एवं कर्मी को तीन महीने के लिए 10 से 15 विद्यालय आवंटित किया जाएगा. सभी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों का प्रत्येक सप्ताह कम से कम एक बार अनुसरण सुनिश्चित करने को कहा है. निरीक्षण पदाधिकारी अथवा कर्मी को आवंटित विद्यालयों में पर्याप्त समय देना होगा. विद्यालय की संपूर्णता से अवलोकन करने के निर्देश दिए गए हैं. निरीक्षी पदाधिकारी अथवा कर्मी अनुश्रवण के लिए आवंटित प्रत्येक विद्यालय का प्रत्येक सप्ताह में कम से कम एक बार अनिवार्य रूप से निरीक्षण अथवा अनुश्रवण करेंगे. निरीक्षण पदाधिकारी विद्यालय संचालक रहने की स्थिति में प्रत्येक सप्ताह में तीन दिन आवंटित विद्यालयों का निरीक्षण कर सकेंगे. अनुश्रवण के दौरान विद्यालय में पाई गई कमियों को ठीक करने के लिए अनुश्रवणकर्ता जिम्मेदार होंगे. यदि निरीक्षण पदाधिकारी कमी के दूर कराने में सक्षम नहीं होंगे तो अपने उच्च अधिकारी को अवगत कराते हुए निराकरण करना सुनिश्चित करेंगे. मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया है कि फिर से तीन माह के निर्धारित रोस्टर में निरीक्षण अधिकारियों की जिम्मेवारी उसी विद्यालय में पुनः नहीं दी जायेगी. आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है. पर मुख्य सचिव ने कहा है कि विद्यालयों में शिक्षकों एवं बच्चों की संख्या के अनुरूप वर्ग कक्षा की उपलब्धता ब्लैकबोर्ड चौक डस्टर सहित, विद्यालय भवन के रंग रोगन, अन्य असैनिक कार्य, किचन सेड, गैस चूल्हा, थाली की उपलब्धता, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय, पेयजल की सुविधा, उपस्कर, प्रयोगशाला, पुस्तकालय, आइसीटी लैब, विद्यालय परिसर में चार दीवारी, बिजली कनेक्शन, वर्ग कक्ष में पंखा ट्यूबलाइट आदि, खेल मैदान एवं सामग्री, विद्यालय स्वच्छता एवं सौंदर्य करण की स्थिति का जायजा निरीक्षण कर्ता करेंगे. विद्यार्थियों के नामांकन एवं वास्तविक उपस्थित, यूनिफॉर्म, पाठ पुस्तक की उपलब्धता, एफएलएन किट की उपलब्धता, साइकिल, गृह कार्य की स्थिति, साप्ताहिक, मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक, वार्षिक मूल्यांकन की स्थिति, मध्याह्न भोजन के निरंतर एवं गुणवत्ता, आधार कार्ड की उपलब्धता आदि का अनुश्रवण किया जाएगा. प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों का पदस्थापन, इनकी वास्तविक एवं ससमय उपस्थित, विषय आधारित शिक्षकों की स्थिति, गैर शैक्षणिक कर्मियों का पदस्थापन एवं उपस्थित, समय सारणी का अनुपालन, वर्ग कक्षा का अवलोकन, अभिभावक शिक्षक संगोष्ठी, सह शैक्षिक गतिविधियों का संचालन आदि निरीक्षण के बिंदु होंगे.
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