Darbhanga News: निबंधन कराने वाले मछुआरों को ही मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ
Darbhanga News:जिला स्तर पर मत्स्य पालन व रोजगार से जुड़े लोगों का आकलन करते हुए रोजगार सृजन के लिए विभाग द्वारा नीति तैयार की जायेगी.
Darbhanga News: पुरुषोत्तम चौधरी, बहादुरपुर. मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार विभिन्न तरह की योजना चला रही है. जिले में इन योजनाओं के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास किया गया है. जिला स्तर पर मत्स्य पालन व रोजगार से जुड़े लोगों का आकलन करते हुए रोजगार सृजन के लिए विभाग द्वारा नीति तैयार की जायेगी. इसके लिए कृषि विभाग की तरह अब मत्स्य पालन व व्यवसाय से जुड़े लोगों का रजिस्ट्रेशन किया जायेगा. प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की एक उपयोजना के रूप में प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि योजना की शुरुआत की सरकार ने है. यह जिले के सभी प्रखंडों में क्रियान्वित होगी. विभाग की इस पहल से मत्स्यपालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार आयेगा.
पोर्टल पर करा सकेंगे निबंधन
प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह योजना की शुरुआत होने से मत्स्य पालन के क्षेत्र में उत्पादन व प्रसंस्करण के लिए क्लस्टर की स्थापना की जानी है. इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा एक पोर्टल एनएफडीपी (नेशनल फिशरीज डिजिटल प्लेटफॉर्म) तैयार किया गया है. इसपर लोग अपना निबंधन करा सकते हैं. इस योजना का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर मत्स्यपालन के क्षेत्र में लगे मछुआरों, मत्स्य कृषक, मत्स्य विक्रेता, मत्स्य प्रसंस्करणकर्ता एवं अन्य हितधारकों की पहचान कर राष्ट्रीय मत्स्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण कराना है.व्यवसाय से जुड़े करीब 25 हजार लोग
जिले में मत्स्य पालन व रोजगार से जुड़े करीब 25 हजार लोग हैं. यह संख्या अनुमानित है. वास्तविक संख्या निबंधन के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा. अब मत्स्य विभाग की जो भी योजना है, उसका लाभ सिर्फ रजिस्टर्ड लोगों को ही मिलेगा.कहते हैं जिला मत्स्य पदाधिकारी
जिला मत्स्य पदाधिकारी अनुपम कुमार ने बताया कि रजिस्ट्रेशन कराने का मुख्य उद्देश्य मछली पालन से जुड़े लोगों के लिए रोजगार सृजन करना है. इस योजना के तहत मत्स्य पालन व व्यवसाय से जुड़े लोगों को आर्थिक रूप से सबल बनाना, एक फसल चक्र के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान करना, बाजार उपलब्ध कराना जैसे प्रयास किये जायेंगे. अब मत्स्य विभाग की जो भी योजना है, उसका लाभ सिर्फ रजिस्टर्ड लोगों को ही मिलेगा, इसलिए जितना जल्द हो सके, मछली पालन व इस व्यवसाय से जुड़े सभी लोग निबंधन करा लें. इसमें समिति से जुड़े मत्स्य पालकों के अलावा इस व्यवसाय से जुड़े लोग जैसे मछली बिक्री करने वाले, जाल बुनने वाले, निजी तालाब में मछली पालन करने वाले व अन्य समूह के लोग भी अपना निबंधन करा सकते हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है