Darbhanga News: राज परिसर के शहरी स्वास्थ्य केंद्र का ओपीडी चार दिनों से बंद
Darbhanga News:दूर- दराज से आने वाले मरीज व परिजनों को बिना इलाज के वापस जाना पड़ रहा है.
Darbhanga News: दरभंगा. राज परिसर स्थित शहरी स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा व्यवस्था विगत चार दिनों से ठप है. मौजूदा स्थिति के मद्देनजर दूर- दराज से आने वाले मरीज व परिजनों को बिना इलाज के वापस जाना पड़ रहा है. एकलौते चिकित्सक के प्रशिक्षण पर जाने से यह स्थिति उत्पन्न हो गयी है. सीएस कार्यालय ने चिकित्सक की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की. इस कारण एक सप्ताह तक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों का इलाज नहीं हो सका. विभागीय जानकारी के अनुसार डॉक्टर के आने के बाद सोमवार से स्थिति सामान्य हो सकती है. सीएस कार्यालय की इस लापरवाही को लेकर मरीज व परिजनों में आक्रोश है. लोगों का कहना है कि वे कई दिनों से वापस लौट रहे हैं. मरीज व परिजनों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है. जानकारी के अनुसार केंद्र का एकलौता चिकित्सक तीन से सात दिसंबर तक पीपीआइयूसीडी के ट्रेनिंग में गये हैं. ट्रेनिंग में जाने से पहले डॉ नवीन कुमार ने सीएस कार्यालय से इसकी अनुमति ली थी. इससे पता चलता है कि सीएस की जानकारी में होने के बावजूद अस्पताल में वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गयी.
अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था की जिम्मेदारी सीएस की
शुक्रवार की दोपहर तीन बजे खिरमा गांव निवासी धर्मेंद्र पासवान इलाज के लिये अस्पताल पहुंचे थे. वे दर्द से परेशान थे. काउंटर पर पहुंचने पर कर्मियों ने उन्हें बताया कि डॉक्टर साहब नहीं हैं. परेशान धर्मेंद्र ने लचर चिकित्सा व्यवस्था पर नाराजगी जतायी. कहा कि अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था सिविल सर्जन के जिम्मे है. उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिये.रोजाना इलाज के लिये पहुंचते 50 से अधिक मरीज
स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी में रोजाना 50 से अधिक मरीज इलाज के लिये पहुंचते हैं. कभी- कभी संख्या 70 तक पहुंच जाती है. इस लिहाज से बीते चार दिनों में 200 अधिक मरीज इलाज नहीं होने से वापस लौट चुके हैं.एक डॉक्टर के भरोसे चल रहा अस्पताल
शहरी स्वास्थ्य केंद्र में दो चिकित्सकों का पद सृजित है, लेकिन वर्तमान में वहां एक चिकित्सक डॉ नवीन कुमार कार्यरत हैं. उनकी अनुपस्थिति में अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था ठप हो जाती है. ओपीडी का समय सुबह 11 बजे से शाम सात बजे तक है. अस्पताल में 12 स्वास्थ्य कर्मी कार्यरत हैं. एक चिकित्सक, एक फार्मासिस्ट, एक एलडीसी, एक लैब टेक्नीशियन व आठ एएनएम शामिल है.डायबिटीज, किडनी, लीवर जांच की निशुल्क सुविधा
शहरी स्वास्थ्य केंद्र में पैथोलॉजी जांच की निशुल्क सुविधा है. इसमें डायबिटीज, सीबीसी, एलएफटी, केएफटी, सीरम क्रिएटिनिन, ब्लड यूरिया, यूरिक एसिड आदि जांच शामिल है.उचित व्यवस्था की जायेगी
क्षेत्रीय अपर निदेशक सच्चिदानंद सिंह ने बताया कि अगर कोई डॉक्टर ट्रेनिंग पर चला गया है, तो उसके बदले दूसरे चिकित्सक को जिम्मेदारी देनी चाहिए. सीएस की अनुमति से मेडिकल ऑफिसर ट्रेनिंग के लिए गये होंगे. राज परिसर स्थित शहरी स्वास्थ्य केंद्र में विगत कई दिनों से ओपीडी में चिकित्सा व्यवस्था ठप होने की जानकारी नहीं है. सिविल सर्जन से जानकारी लेकर उचित व्यवस्था की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है