पांच महीने में दरभंगा हवाई अड्डा से 1.81 लाख लोगों ने किया सफर
अव्यवस्थित उड़ान सेवा के बावजूद यात्री संख्या के मामले में दरभंगा एयरपोर्ट लगातार रिकार्ड कायम कर रहा है.
दरभंगा. अव्यवस्थित उड़ान सेवा के बावजूद यात्री संख्या के मामले में दरभंगा एयरपोर्ट लगातार रिकार्ड कायम कर रहा है. सीमित संसाधन व विमानों के कैंसिल होने के बावजूद यहां से आवागमन करने वाले यात्रियों की संख्या अच्छी खासी है. इस साल जनवरी से मई माह के बीच दरभंगा हवाई अड्डा से 181134 पैसेंजरों ने आवागमन किया. पांच माह में कुल 1168 फ्लाइटों का आना- जाना हुआ. अप्रैल माह में सर्वाधिक 290 विमानों ने आवागमन किया. इसमें 42252 यात्रियों ने यात्रा की. जनवरी माह में सबसे कम 156 फ्लाइट संचालित किये गये, जिसमें केवल 25558 यात्रियों ने सफर किये. जनवरी माह में 11 दिन उड़ान सेवा ठप रही. इस कारण विमानों की संख्या 25 हजार के आसपास सिमट गयी. विदित हो कि ठंड के मौसम में कम विजिबिलिटी के कारण विमान सेवा प्रभावित होती है. दरभंगा एयरपोर्ट से दिल्ली रूट पर यात्रा करने वालों की संख्या सबसे अधिक है. बावजूद इस रूट पर अधिकांश दिन दो जोड़ी के बजाय एक जोड़ी फ्लाइट की ही सेवा दी जा रही है. कई माह से बेंगलुरू, अहमदाबाद व अयोध्या रूट पर विमान सेवा ठप है. इसका असर यात्रियों की संख्या पर पड़ रहा है. अगर शेड्यूल के मुताबिक पूरी क्षमता से सभी रूटों पर विमानों का संचालन किया जाय तो यात्रियों की संख्या और अधिक होती. दरभंगा एयरपोर्ट से बुनियादी सुविधाओं के अभाव के बीच सीट बुकिंग का प्रतिशत बेहतर माना जा रहा है. मई माह में कई विमान के कैंसिल रहने के बावजूद 69 प्रतिशत सीट की बुकिंग हुई, जो सर्वाधिक है. अप्रैल में 68 प्रतिशत, फरवरी में 62, जनवरी में 60 प्रतिशत सीट पर सीट बुक हुआ. सबसे कम मार्च में 58 प्रतिशत सीट की बुकिंग हुई. इस हिसाब से पूरे पांच माह में विमानों के औसतन 64 प्रतिशत सीट फूल रहे. जानकार बताते हैं कि शेड्यूल के मुताबिक विमानों की उड़ान निश्चित होती तो यहां से 80 प्रतिशत से अधिक सीट की बुकिंग होती.
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