दरभंगा एयरपोर्ट से असुविधा के मद्देनजर पटना से यात्रा करने को मजबूर लोग
चार साल पहले आठ नवंबर 2020 को दरभंगा एयरपोर्ट से नागरिक उड़ान की शुरूआत की गयी थी.
दरभंगा. आसपास के लोगों की सुलभ यात्रा को लेकर चार साल पहले आठ नवंबर 2020 को दरभंगा एयरपोर्ट से नागरिक उड़ान की शुरूआत की गयी थी. प्रारंभ में इसके विकास के लिये तेजी से कार्य किये गये. लेकिन, धीरे- धीरे इसकी उपेक्षा होती गयी. इसका असर यात्रियों की संख्या पर पड़ रहा है. वर्तमान समय में रोजाना औसतन पांच जोड़ी विमानों से 1500 से अधिक लोग यात्रा कर रहे हैं. जानकार के मुताबिक अगर यहां से पूरी क्षमता से विमानों का सर्विस दिया जाय, तो यह संख्या तीन हजार को पार कर जायेगी. इस लिहाज से माह में 45 हजार से अधिक इधर के लोगों को पटना से यात्रा करनी पड़ती है. प्रति यात्री छह हजार टिकट के हिसाब से 27 करोड़ का व्यापार प्रभावित हो रहा है. जानकारी के अनुसार 2022 में दरभंगा एयरपोर्ट से 18 विमानों की आवाजाही होती थी. इसमें दिल्ली रूट पर तीन जोड़ी व मुंबई, बेंगलुरू रूट पर दो- दो जोड़ी विमान सेवा थी. कोलकता व हैदराबाद रूट पर एक- एक जोड़ी फ्लाइट संचालित किये जाते थे. इस कारण यात्रियों की संख्या काफी बढ़ रही थी. बताया जाता है कि 2022 के अप्रैल माह में कई दिन यात्रियों की संख्या 2800 को पार कर गयी थी. उड़ान योजना के तहत दरभंगा हवाई अड्डा सबसे सफल रहा है. बावजूद इसका अपेक्षित विकास नहीं हो पा रहा है. पहले की अपेक्षा यहां से विमानों की संख्या कम कर दी गयी है. कई रूटों पर उड़ान सेवा रद्द है. इसमें बेंगलुरू, अहमदाबाद व अयोध्या रूट शामिल है. मुंबई रूट पर दो के बजाय एक जोड़ी फ्लाइट उड़ रहा है.
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