Darbhanga News: सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में संचालित दो विभागों के पीजी कोर्स की डीएमसी में पढ़ाई की कवायद तेज

Darbhanga News:सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में संचालित कार्डियोलॉजी व न्यूरोलॉजी विभाग के पीजी कोर्स की डीएमसी में पढ़ाई शुरू करने को लेकर विभागीय कवायद तेज हो गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 9, 2024 11:39 PM
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Darbhanga News: दरभंगा. सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में संचालित कार्डियोलॉजी व न्यूरोलॉजी विभाग के पीजी कोर्स की डीएमसी में पढ़ाई शुरू करने को लेकर विभागीय कवायद तेज हो गयी है. मामले को लेकर बुधवार को दो सदस्यीय टीम दरभंगा मेडिकल कॉलेज पहुंची. पटना से पहुंची टीम ने डीएमसी प्राचार्य डॉ केएन मिश्रा व संबंधित कर्मियों के साथ इसकी तैयारियों की समीक्षा की. खासकर डीएनबी (डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड) में अप्लाई को लेकर जरूरी कागजात तैयार करने को लेकर चर्चा की गयी. अप्लाई के मद्देनजर डेटा पर कार्य किया गया. निरीक्षण का मकसद कॉलेज प्रशासन को सहयोग करना है, ताकि आवेदन करने में किसी प्रकार की समस्या नहीं हो. स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर टीम ने दौरा किया है.

डीएनबी के आवेदन को लेकर बढ़ाया गया डेट

दरभंगा मेडिकल कॉलेज में कार्डियोलॉजी विभाग के चार व न्यूरोलॉजी के दो पीजी सीट के लिए डीएनबी में आवेदन किया जायेगा. बताया गया है कि आवेदन की अंतिम तिथि 30 अगस्त थी, जिसे बढ़ाकर अब 31 अक्तूबर कर दिया गया है. डीएमसी की ओर से चालू माह में आवेदन करने की बात कही गयी है.

इंडोर शुरू नहीं होने से हो सकती समस्या

विदित हो कि सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में वर्तमान में ओपीडी संचालित हो रहा है. इंडोर सेवा नहीं होने से पीजी कोर्स शुरू करने में दिक्कत आ सकती है. डीएनबी टीम के निरीक्षण के दौरान इस पर प्रश्न उठाया जा सकता है. जानकारी के अनुसार इससे बचने को लेकर प्रयास किया जा रहा है.

सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की संख्या बढ़ाना मकसद

सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में चिकित्सा कार्य को लेकर विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है. बताया जाता है कि इस कमी को दूर करने के लिये स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह पहल की जा रही है. पीजी कोर्स शुरू होने से डॉक्टरों की संख्या में इजाफा होगा. इसका लाभ मरीज व परिजनों को मिलेगा.

वर्तमान में छह विभागों का ओपीडी संचालित

सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में 27 जून से छह विभागों का ओपीडी चल रहा है. इसमें न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, गेस्ट्रोएन्ट्रोलॉजी व प्लास्टिक सर्जरी विभाग शामिल है. वर्तमान में मरीजों को सिर्फ चिकित्सकीय परामर्श मिलता है.

क्या होता है डीएनबी

डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) चिकित्सा में स्नातकोत्तर डिग्री है. यह उपाधि, भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत आने वाले राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीइ) द्वारा दी जाती है. यह स्नातकोत्तर और पोस्ट डॉक्टरल कार्यक्रमों के बराबर माना जाता है. डीएनबी पाठ्यक्रम में 30 व्यापक विशेषज्ञताओं में तीन साल का प्रशिक्षण पूरा करना होता है.

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