Darbhanga News: मिथिला विश्वविद्यालय के पीजी प्रथम सेमेस्टर में आज और कल नामांकन का मौका
लनामिवि ने पीजी प्रथम सेमेस्टर (सत्र 2024-26) में कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय से जुड़े विषयों में प्रथम चयन सूची में चयनित गैर नामांकित छात्र- छात्राओं को फिर से नामांकन का मौका दिया है.
Darbhanga News: दरभंगा. लनामिवि ने पीजी प्रथम सेमेस्टर (सत्र 2024-26) में कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय से जुड़े विषयों में प्रथम चयन सूची में चयनित गैर नामांकित छात्र- छात्राओं को फिर से नामांकन का मौका दिया है. डीएसडब्ल्यू प्रो. विजय कुमार यादव द्वारा गुरुवार को जारी पत्र के अनुसार नामांकन का मौका 25 से 26 अक्तूबर तक दिया गया है. बता दें कि इससे पहले 21 पीजी विभाग सहित 12 पीजी अध्ययन वाले कालेजों में 24 विषयों में नामांकन के लिए 19 अक्तूबर तक का समय था. प्रथम चयन सूची से नामांकन के लिये निर्धारित 14460 सीटों के विरुद्ध करीब 13 हजार छात्र- छात्राओं को मेधा व च्वॉइस के अनुसार पीजी विभाग व कालेज आवंटित किया गया था. नामांकित छात्रों का डैशबोर्ड पर अपडेशन के लिए 23 अक्तूबर तक मौका दिया गया था.
अबतक 10500 छात्र- छात्राओं का नामांकन
बताया जाता है कि प्रथम सूची के आलोक में करीब 10500 छात्र- छात्राओं ने नामांकन ले लिया है. नामांकन की तिथि बढाने संबंधी डीएसडब्ल्यू द्वारा जारी पत्र में सभी पीजी विभागाध्यक्षों एवं पीजी अध्ययन वाले कालेजों के प्रधानाचार्यो से कहा गया है कि सभी नियम एवं शर्त डीएसडब्ल्यू कार्यालय द्वारा पूर्व में नामांकन संबंधी जारी पत्र के अनुकूल ही रहेगी. पीजी विभागाध्यक्षों एवं संबंधित प्रधानाचार्य से कहा गया है कि नामांकित छात्र-छात्राओं का अपडेशन डैशबोर्ड पर प्रतिदिन करेंगे. अपडेशन में किसी प्रकार की कठिनाई होने पर 28 अक्तूबर की दोपहर एक बजे तक मेल- dsw@Inmu.ac.in पर अनिवार्य रूप से सूचित करना है. कहा है कि इसके उपरांत अपडेशन संबंधी किसी प्रकार का अनुरोध स्वीकार नहीं किया जायेगा.
इस बार नामांकन को लेकर शिकायत नहीं- डीएसडब्ल्यू
डीएसडब्ल्यू प्रो. विजय कुमार यादव ने बताया कि इस बार नामांकन को लेकर किसी प्रकार की शिकायत अभी तक नहीं मिली है. वैसे ही छात्र- छात्रा शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं, जिन्होंने आवेदन के समय त्रूटिपूर्ण डाटा भरा था. उनका कालेज आवंटित होने के बावजूद आवेदन के अनुरूप अभिलेख सही नहीं रहने के कारण नामांकन नहीं हो पा रहा है. इसमें विशेष तौर पर जाति, प्राप्तांक, सीट से अधिक आवेदन वाले विषय में आनर्स के बदले सब्सिडियरी विषय भर चुके छात्र- छात्रा शामिल हैं. कहा कि सीट से अधिक आवेदन वाले विषय में इसका निदान कतई संभव नहीं है. इस वर्ष 24 में से 16 विषयों में सीट से आवेदन मिला है.
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