अजय कुमार मिश्रा, दरभंगा दरभंगा एयरपोर्ट पर स्थायी टर्मिनल निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. भविष्य में सालाना 42.5 लाख यात्रियों की संभावित क्षमता के मद्देनजर विशाल स्थायी टर्मिनल का निर्माण कार्य अब शुरु होगा. 54 एकड़ क्षेत्र में बनने वाले इस टर्मिनल पर 572 करोड़ की लागत आयेगी. विभाग की ओर से टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. आधारभूत संरचना के लिए काम करने वाली अहलूवालिया कॉन्ट्रेक्ट्स को दरभंगा एयरपोर्ट के लिए नये सिविल टर्मिनल निर्माण का काम मिला है. बता दें कि दरभंगा एयरपोर्ट के नये स्थायी टर्मिनल निर्माण को लेकर ले-आउट पहले ही तैयार हो चुका है. 2027 से पहले इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाना है. दरभंगा एयरपोर्ट का मुख्य टर्मिनल दो फेज में बनेगा. जानकारी के अनुसार स्थायी टर्मिनल पर व्यस्ततम अवधि में एक साथ 2000-2500 यात्रियों की आवाजाही हो सकेगी. ले-आउट प्लान के अनुसार स्थायी सिविल टर्मिनल एयरपोर्ट के दक्षिण में होगा और नार्थ-ईस्ट कोरिडोर यानी एनएच-57 से जुड़ेगा. राज्य सरकार की ओर से दी गयी 24 एकड़ अतिरिक्त जमीन पर रन-वे का विस्तार होगा. रात में टेकआफ और लैंड करने की सुविधा के लिए आइएलएस सिस्टम लगा दिया गया है. वैसे अभी इसे सक्रिये नहीं किया जा सका है. नागरिक उड्यन विभाग की ओर से दरभंगा को इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में प्रस्तावित किये जाने की संभावना है. अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल पर कस्टम कार्यालय संचालित होता है. बनने वाले नये टर्मिनल के ले-आउट में कस्टम कार्यालय के लिये भी जगह है. एक साथ 11 विमानों के ठहराव के लिये विशाल एप्रन का निर्माण होगा. टर्मिनल पर 60 चेक इन काउंटर होंगे. पांच बेगैज बेल्ट रहेगा. सिक्योरिटी होल्ड एरिया में 1200 यात्रियों के बैठने की सुविधा होगी. एक दर्जन एक्स-रे मशीन लगायी जायेगी. 30 स्कैनर की व्यवस्था होगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है