बहेड़ा कॉलेज में फिर अटका शासी निकाय के गठन का मामला

बहेड़ा महाविद्यालय बहेड़ा के शासी निकाय के जनप्रतिनिधि सदस्य के पद से त्याग पत्र देने की चर्चा से काॅलेज कर्मियों में मायूसी छा गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 24, 2024 11:10 PM

बेनीपुर. बहेड़ा महाविद्यालय बहेड़ा के शासी निकाय के जनप्रतिनिधि सदस्य के पद से त्याग पत्र देने की चर्चा से काॅलेज कर्मियों में मायूसी छा गयी है. विदित हो कि गत आठ माह से अटकी महाविद्यालय साशी निकाय गठन की प्रक्रिया एक बार फिर अधर में लटकती दिखने लगी है. विदित हो कि 31 जनवरी को पूर्व प्रधानाचार्य के अवकाश ग्रहण करने के बाद किसी वरीय शिक्षक को विधिवत प्रभार नहीं दिये जाने तथा पांच माह पूर्व विघटित शासी निकाय का विधिवत गठन नहीं होने के कारण महाविद्यालय में कार्यरत व अवकाश प्राप्त कर्मियों को मिलने वाले मासिक भुगतान पर ब्रेक लगा हुआ है. इससे वे लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं. वहीं विश्वविद्यालय ने पूर्व के शासी निकाय की अवधि समाप्त होने से पूर्व 19 फरवरी को ही विश्वविद्यालय द्वारा महाविद्यालय साशी निकाय का गठन कर इसकी सूची महाविद्यालय को उपलब्ध करा दी गयी थी. इसमें जनप्रतिनिधि सदस्य के रूप में कांग्रेस नेता डॉ मदन मोहन झा, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि के रूप में डॉ रहमतुल्लाह, सरकारी प्रतिनिधि के रूप में एसडीओ शंभुनाथ झा का नाम शामिल था. इसके अलावा दाता सदस्य के रूप में भाजपा नेता राम नारायण ठाकुर तथा पदेन सदस्य के रूप में प्रभारी प्रधानाचार्य शामिल थे. उसी आधार पर एक जुलाई को प्रभारी प्रधानाचार्य उमेश झा की अध्यक्षता में साशी निकाय की पहली बैठक हुई. इसमें केवल शिक्षाविद का चयन कर दूसरी बैठक में सचिव व अध्यक्ष का चयन होना था, लेकिन पहली बैठक में ही सदस्य दो फाड़ में बंट गये. इस कारण बैठक बेनतीजा ही रही. उसके बाद पुनः बैठक नहीं हुई. इसी बीच विवि द्वारा यूआर को बदलकर डॉ एजाज अहमद को नामित कर दिया गया. इधर पहली ही बैठक बेनतीजा रहने से क्षुब्ध जनप्रतिनिधि सदस्य द्यसास इस पद से त्याग पत्र देने से शासी निकाय का गठन उलझ गया है. वैसे महाविद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य व नए यूआर इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं. प्रभारी प्रधानाचार्य ने बताया कि विश्वविद्यालय से इस तरह की कोई जानकारी नहीं मिली है.

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