Darbhanga News: कभी भी कोसी में समा जायेगा प्रावि कुंजभवन, गांव पर भी बढ़ा खतरा
Darbhanga News:कमला बलान व कोसी नदी के जलस्तर में तेजी से हो रही वृद्धि से क्षेत्र के लोगों में दहशत व्याप्त है. काेसी नदी में पानी के बढ़ने से उसमें प्राथमिक विद्यालय कुंजभवन समाता जा रहा है.
Darbhanga News: कुशेश्वरस्थान पूर्वी. कमला बलान व कोसी नदी के जलस्तर में तेजी से हो रही वृद्धि से क्षेत्र के लोगों में दहशत व्याप्त है. लोग उंचे स्थान की तलाश में है. वहीं काेसी नदी में पानी के बढ़ने से उसमें प्राथमिक विद्यालय कुंजभवन समाता जा रहा है. प्रावि कुंजभवन पर कोसी नदी का कटाव जारी है. इस कटाव के कारण स्कूल भवन पर खतरा मंडराने लगा है. विद्यालय का भवन कभी भी नदी में विलीन हो सकता है. एक वर्ष पूर्व विद्यालय के पीछे कटाव हुआ था. उस समय भवन का कुछ भाग गिर गया था. वहीं इस बार विद्यालय के आगे से कटाव हो रहा है, बावजूद विभाग द्वारा किसी प्रकार का कार्य नहीं कराया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि विभाग अभी तक कटाव के रोकथाम के लिए कुछ नहीं कर रहा है. बता दें कि शनिवार को विधायक, एसडीओ, बीडीओ व सीओ बाढ़ की स्थिति देखकर गये हैं. वहीं रविवार को सीओ गोपाल पासवान ने कटाव स्थल का मुआयना किया है. इस संबंध में सीओ पासवान ने कहा कि आपदा विभाग को सूचना दे दी गयी है. जिओ बैग से कटाव को रोका जायेगा.
गोलमाडीह में कटाव तेज, दर्जनभर घरों पर संकट, सीओ ने घर खाली करने के लिए कहा
भारी बारिश के कारण नेपाल से छोड़े गये पानी से इलाके में बाढ़ की भयावह स्थिति बनती जा रही है. इसे लेकर प्रशासन पूरी तरह चौकस है. सीओ गोपाल पासवान ने जलस्तर में हो रही वृद्धि को देखते हुए कोला, उजुआ, गोलमा डीह, कुंजभवन सहित बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया. साथ ही आपदा कंट्रोल रूम का नंबर 7260001976 जारी करते हुए बताया कि आपदा से संबंधित किसी भी तरह की कोई जानकारी 24 घंटे इस नंबर पर लोग दे सकते हैं. हरसंभव सहायता की जायेगी. उन्होंने माइकिंग के माध्यम से भी क्षेत्र में लोगों को सतर्क रहने की अपील की है. क्षेत्र भ्रमण के दौरान सीओ ने बताया कि जिन गांवों को बाढ़ के पानी ने चारों ओर घेर लिया है, उन गांवों में एक फीट पानी और बढ़ने पर लोगों को काफी दिक्कत हो सकती है. वैसे निचले इलाके में बसे गांव के लोगों को उंचे स्थान यानी तटबंध पर रहने के लिए कहा गया है. प्रशासन हर तरह से तैयार है. उन्होंने बताया कि गोलमा डीह में 10 से 12 घर ऐसे हैं, जो कोसी नदी के किनारे बसा है. इन गांव के घरों का कटाव कोसी की तेज धारा के कारण हो रहा है. लोगों से उंचे स्थान पर जाने की अपील की गयी है. साथ ही एनआरडीएफ के अलावा आपदा विभाग को सूचना दे दी गयी है. कटाव स्थल वाले घरों को खाली करने की सलाह दी गयी है.
उजुआ समिरटोका पंचायत के गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
कमला बलान व कोसी नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि से क्षेत्र के लोगों पर खतरा मंडराने लगा है. निचले इलाके के लोग जलस्तर में वृद्धि देखते हुए ऊंचे स्थान पर जाने के लिए तैयारी कर रहे हैं. जलस्तर में इसी तरह वृद्धि जारी रही तो लोगों को घर से बेघर होना पड़ेगा. बता दें कि उजुआ-सिमरटोका पंचायत के कुंजभवन, बुढ़िया, झाझा समेत दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. इससे लोगों को आवाजाही में परेशानी होने लगी है. ग्रामीण राम सगुन महतो, उदगार महतो, कैलाश महतो, होरिल महतो, संतोष कुमार, संजय राय, कारी सदा सहित दर्जनों ने बताया कि बाढ़ के पानी से घिर गये हैं. नाव ही एकमात्र आवागमन का साधन बच गया है. कहीं आने-जाने के लिए पानी में ही तैरकर जाना पड़ता है. वहीं स्थानीय मुखिया पुत्र विपिन कुमार ने बताया कि जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से लोगों के घरों में भी अब पानी प्रवेश करने लगा है. नाव नहीं रहने से आवाजाही में परेशानी हो रही है. सीओ को जानकारी दी गयी है.खेत-खलिहान में फैला पानी, डूब रही धान की फसल
इटहर पंचायत के चौकियां, लक्ष्मिनियां, समौरा गांव भी बाढ़ से घिर गये हैं. चौर, खेत-खलिहान में पानी फैलने से मवेशी पालकों को चारा के लिए परेशानी झेलनी पड़ रही है. लगातार कोसी व कमला बलान नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. बता दें कि प्रखंड के इटहर, उसरी, उजुआ-सिमरटोका व तिलकेश्वर पंचायत बाढ़ प्रभावित हो चुके हैं. इन पंचायत के किसानों की धान की फसल बाढ़ के पानी में समाने लगी है. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए अंचल प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है. इस संबंध में सीओ गोपाल पासवान ने बताया कि अंचल प्रशासन बाढ़ से बचाव के लिए पूरी तरह तैयार है. स्थिति पर नजर है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है