Darbhanga News : सिंहवाड़ा. प्रखंड मुख्यालय परिसर स्थित ट्रायसम भवन में मंगलवार को प्रमुख पुष्पा झा की अध्यक्षता व कार्यपालक पदाधिकारी सह बीडीओ अमरेंद्र पंडित के संचालन में हुई पंचायत समिति की बैठक हंगामेदार रही. मनरेगा योजनाओं में हो रही अनियमियता को लेकर जेइ उमाशंकर ओम व जितेंद्र कुमार एवं सूखाड़ की स्थिति को लेकर बीएओ नकुल प्रसाद जनप्रतिनिधियों के निशाने पर रहे. बैठक में मुख्य रूप से मनरेगा योजना का प्राक्कलन बनाने व मापी पुस्तक बनाने में कमीशन की मांग करने का आरोप जेइ पर लगाया गया. कलिगांव के मुखिया महेश झा, माधोपुर-बस्तवाड़ा के पंसस शकील खान, टेक्टार के पंसस शंकरनाथ झा, सिमरी के बैद्यनाथ यादव, रामबाबू साह आदि ने कहा कि मनरेगा योजना का स्टीमेट बनाने के लिए दो प्रतिशत राशि कार्य शुरू होने से पूर्व मांगी जाती है. योजना पूर्ण होने के बाद एमबी बनाने के लिए अलग से राशि की मांग की जाती है. राशि नही देने पर योजना का भुगतान लटका दिया जाता है. जो पैसा देता है, उसका काम आसानी से हो जाता है.
Darbhanga News : सदन में जेइ के खिलाफ हुई नारेबाजी
पंसस शकील खान ने आरोप लगाया कि कमीशन के लिए जेइ अलग से अपना वाउचर लगाकर निकासी कराते हैं. उन्होंने कहा कि जेइ द्वारा एक खास सीमेंट, बालू, गिट्टी आदि सामग्री दुकान का वाउचर प्रयोग किया जा रहा है. दुकानदार से मिलीभगत कर सरकारी राशि की बंदर-बांट की जा रही है. काम करने वाले को पता भी नहीं चलता है कि कब पैसे की निकासी कर ली गयी. जनप्रतिनिधियों ने इस तरह के जितने वाउचर का प्रयोग योजनाओं के भुगतान में किया गया है, सबकी जांच कराने की मांग की. इसी बीच माधोपुर-बस्तवाड़ा मुखिया प्रतिनिधि रामबाबू साह ने सदन में ही जेइ के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. महेश झा ने कहा कि डब्ल्यूपीयू निर्माण में मिट्टी भराई कार्य का भुगतान लंबित रहने से भवन का निर्माण अधूरा है. खरंजा निर्माण का आधा-अधूरा भुगतान किया गया. योजना के बोर्ड व कुशल मजदूर की मजदूरी का भुगतान किसे किया गया, इस संबंध में जेइ ने पूछने पर भी आजतक नहीं बताया गया है. जनप्रतिनिधियों के सवाल पर पीओ यशवंत कुमार ने विस्तारपूर्वक जानकारी दी. सदस्यों के द्वारा जेइ के स्थानांतरण करने के सवाल पर पीओ ने कहा कि बैठक में प्रस्ताव पारित करें. इसपर अग्रिम कार्रवाई के लिए वरीय अधिकारियों को लिखा जायेगा.
वहीं प्रखंड क्षेत्र में कृषि योग्य भूमि पर 90 प्रतिशत खेती की बात सुनकर जनप्रतिनिधि आक्रोशित हो उठे. कहा कि प्रखंड में सूखाड़ की स्थिति बन रही है, बावजूद कृषि समन्वयक ने आधी-अधूरी जानकारी दी है. इस बात को लेकर बीएओ नकुल प्रसाद व जनप्रतिनिधियों के बीच तीखी नोक-झोंक देर तक होती रही. भवानीपुर की पंसस हसरत परवीन ने आरोप लगाया कि राजस्व कर्मचारी दाखिल-खारिज व परिमार्जन के नाम पर बिचौलियों के माध्यम से अवैध वसूली करते हैं. इसपर अविलंब रोक लगनी चाहिए. कटका के मुखिया कुमार किसलय ने कहा कि पंचायतों में वृद्धजनों का वृद्धा पेंशन तकनीकी कारणों से रुका हुआ है. इसके कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मौके पर सीओ नेहा कुमारी, बीपीआरओ मधुकांत प्रसाद, एमओ आकांक्षा कुमारी, मुखिया पप्पू चौधरी, दिनेश महतो, अमृत चौरसिया, रमेश भगत, अहमद अली तमन्ने, पवन कर्ण, पंसस तमन्ना अंसारी, शंकर पासवान आदि मौजूद थे.
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