दरभंगा. लनामिवि को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाए जाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जायेगा. वहीं विवि में उन्नत, सुविधायुक्त सीनेट और सिंडिकेट भवन का निर्माण होगा. यह निर्णय शनिवार को कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में हुई सिंडिकेट की बैठक में लिया गया. इसके साथ ही बैठक में नई शिक्षा नीति के अनुसार डब्ल्यूआइटी और विश्वविद्यालय का रोडमैप तैयार करने पर भी विचार किया गया. बैठक में दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में पुनः नामांकन करने को लेकर भी विमर्श हुआ. कुलपति द्वारा सीनेट की बैठक में दिये जानेवाले भाषण को अनुमोदित किया गया. विश्वविद्यालय में कार्यरत आउटसोर्स कर्मियों के वेतन सत्यापन निर्धारण के लिए आठ सदस्यों की कमेटी बनाने पर सहमति बनी. लॉ कॉलेज में नामांकन फिर से बहाल करने पर चर्चा हुई. विवि के सभी महिला कॉलेज एवं जनता कोशी कॉलेज, बिरौल में चार वर्षीय बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स नियम-परिनियम के साथ चालू करने पर विचार किया गया. राज पुस्तकालय के डिजिटलाइजेशन और मनोकामना मंदर की खाली भूमि पर दो हजार लोगों की क्षमता वाले ऑडिटोरियम निर्माण पर सदस्यों ने विचार रखे. बैठक में सांसद गोपालजी ठाकुर, राज्यसभा सांसद डॉ फैयाज अहमद, डॉ वैद्यनाथ चौधरी, डॉ अमर कुमार, डॉ दिलीप चौधरी, प्रो. अजयनाथ झा, प्रो. प्रेम मोहन मिश्र, प्रो. विजय यादव, प्रो. नौशाद आलम, डॉ श्याम चंद्र गुप्ता, डॉ धनेश्वर प्रसाद सिंह, कुलसचिव डॉ अजय पंडित आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है