पुलिस के पास साइबर ठगी रोकने के जितने तरीके, उनसे कई गुणा ज्यादा ठगों के पैतरे

जैसे-जैसे इंटरनेट की दुनिया बढ़ रही है, साइबर ठगी के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 24, 2024 11:36 PM

कुमार रोशन, दरभंगा. जैसे-जैसे इंटरनेट की दुनिया बढ़ रही है, साइबर ठगी के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं. स्थिति ऐसी है कि पुलिस के पास साइबर ठगी रोकने के जितने तरीके हैं, उनसे कई गुणा ज्यादा इन ठगों के पास पैतरे हैं. जिले में लगभग प्रत्येक दिन साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. एटीएम कार्ड बदलकर रुपये निकाल लेने से लेकर पुलिस अधिकारी बनकर झांसे में लेने तक के दर्जनों तरीके इन शातिरों द्वारा अपनाये जा रहे हैं. कुछ लोग तो इनके झांसे में आने से बच जाते हैं, लेकिन कुछ फंस ही जाते हैं. इस वर्ष अभी तक साइबर थाने में 43 मामले दर्ज किये गये हैं. इसमें साइबर बदमाशों ने करोड़ों रुपये की ठगी कर ली. विगत वर्ष 10 जून को साइबर थाना की स्थापना की गयी थी. इसमें से सिर्फ 23 मामले ही साइबर थाना निष्पादन कर सका है. बताया जाता है कि साइबर एक्सपर्ट नहीं होने की वजह से मामलों का सही से अनुसंधान नहीं हो पा रहा है. विगत वर्ष साइबर अपराधियों ने सिंहवाड़ा के एक व्यक्ति से एक करोड़ 16 लाख की ठगी कर ली थी. इस मामले में तत्परता दिखाते हुए पुलिस ने कार्रवाई की थी. बैंक के माध्यम से पुलिस ने अकाउंट फ्रीज कराया था. मामले में एक की गिरफ्तारी भी की गयी. साइबर थाना में इस साल दर्ज एक मामले में साइबर अपराधियों ने सोने का सिक्का देने के नाम पर ठगी की. साेने का सिक्का देने के नाम पर बदमाशों ने पीड़ित के खाते से सात लाख की धोखाधड़ी कर ली. पीड़ित की ओर से साइबर थाने में मामला दर्ज कराया गया. मामला पुलिस अनुसंधान में है. साइबर अपराधियों ने ऑनलाइन गेम के नाम से एक व्यक्ति से 14 लाख की ठगी कर ली. 23 मई को साइबर थाने में इसे लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. पुलिस ने अकाउंट फ्रीज करा दिया था. यह मामला भी अनुसंधान में ही है. हाल के दिनों में पुलिस अधिकारी बनकर साइबर अपराधी लोगों को वाट्सएप कॉल करते हैं. लोगों को ठग बताता है कि उनका बच्चा किसी कांड में गिरफ्तार हो गया है. बचाना है तो पैसा भेजिए. कुछ दिन पूर्व ही एक सेवानिवृत प्रोफेसर व शिक्षक के पास इस तरह का फोन आया. सेवानिवृत प्रोफेसर की ओर से थाना में मामला दर्ज कराया गया. अगर आप साइबर ठगी के शिकार हो जाते हैं, तो तत्काल एनसीआरपी पर ऑनलाइन शिकायत करें या 1930 पर कॉल कीजिए. इसके बाद संबंधित थाना या साइबर थाना में शिकायत करें. 1930 पर कॉल करने या एनसीआरपी पर ऑनलाइन शिकायत करने से आपकी राशि होल्ड हो जायेगी. इससे आपकी राशि को साइबर अपराधी निकाल नहीं पायेंगे. साइबर थानाध्यक्ष अवधेश कुमार ने बताया कि सावधानी बरतकर ही साइबर ठगी का शिकार होने से बचा जा सकता है. सरकार व पुलिस लोगों को जागरुक करने के लिए लगातार कार्यक्रम चला रही है. अगर आप साइबर ठगी के शिकार हो जाते हैं, तो तत्काल एनसीआरपी पर ऑनलाइन शिकायत करें या 1930 पर कॉल कीजिए.

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