प्याज में 80 तो आलू की कीमत में 23 प्रतिशत का इजाफा
बारिश शुरू होने के साथ ही सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं.
दरभंगा. बारिश शुरू होने के साथ ही सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं. हालांकि हरी सब्जियों की कीमत में बहुत अधिक वृद्धि अभी तक नहीं हुई है, लेकिन सभी प्राय: सभी सब्जियों का स्थायी हिस्सा आलू के साथ प्याज की कीमत में तेजी से इजाफा हुआ है. इसी मौसम में कीमत काफी अधिक बढ़ जाने से आमजन सहमे हुए हैं. उल्लेखनीय है, गरीब हो या अमीर सभी की सब्जी आलू है. हरी सब्जी के भाव कम हो जाएं तो आलू की खपत घट जाती है, परंतु जब हरी सब्जी का भाव चढ़ता है तो गरीब और मध्यम वर्ग आलू की तरफ मुखातिब हो जाते हैं. इस समय हरी सब्जियों की बनिस्पत आलू और प्याज की कीमत आसमान छू रही है. ऐसा नहीं है कि आपूर्ति नहीं हो रही है. आपूर्ति सामान्य रूप से हो रही है, लेकिन थोक व्यापारियों द्वारा स्टॉक किए जाने की वजह से कीमत में उछाल आ गयी है. स्टॉक किये जाने के बाबत कहा जाता है कि इसका स्टॉक इसलिए किया जा रहा है ताकि संभावित बाढ़ के दौरान अधिक मुनाफा कमाया जा सके. यही कारण है कि आलू जहां प्रति पसेरी ( प्रति 05 किलो ) 160 से 170 रुपये बिक रहा है, वहीं प्याज 200 से 210 रुपये प्रति पसेरी बिक रहा है. लिहाजा गरीबों की हालत खराब हो रही है. खुदरा बाजार में आलू जहां 32 से 35 रुपये प्रति किलो बिक रहा है, वहीं प्याज 42 से 45 रुपये प्रति किलो मिल रहा है. लहेरियासराय गुदरी बाजार के आलू-प्याज विक्रेता रामबाबू राय बताते हैं कि थोक विक्रेताओं द्वारा लगातार स्टॉक किए जाने की वजह से आलू और प्याज का दाम में बीते 10-15 दिनों में तेजी आ गयी है. इससे पूर्व आलू खुदरा में 25 से 30 रुपये एवं प्याज 20 से 25 रुपये प्रति किलो बिक रहा था. पसेरी में आलू 100 से 110 रुपये एवं प्याज 90 से 110 रुपये बिक रहा था. आने वाले एक से दो महीने में इसमें और वृद्धि का अनुमान है. गुल्लोबाड़ा सब्जी मंडी के जगदीश मेहता, कटकी बाजार के मोहन खट्टीक, लहेरियासराय चट्टी चौक सब्जी मंडी के विक्रेता फुजैल अंसारी ने बताया कि बीते एक सप्ताह से हरी सब्जियों के साथ-साथ आलू व प्याज की कीमत में तेजी आयी है. सितंबर तक इसी तरह बना रहेगा. सब्जी कारोबारी मुख्तार ने बताया कि गर्मी की उमस की वजह से हरी सब्जियों का आवक कम हो गया है. इससे उसकी कीमत में तेजी आ गयी है. गर्मी एवं बरसात के मौसम में हरी सब्जी महंगी होने की वजह से आलू और प्याज की खपत ज्यादा एवं आपूर्ति कम होने की वजह से कीमत में उछाल आयी है. जिला की मंडियों में तीन से चार ट्रक आलू प्रतिदिन आता है. आलू की आवक यूपी, पश्चिम बंगाल के अलावा नालंदा, पटना, वैशाली व समस्तीपुर जिला से मुख्य रूप से होता है. इसके अलावा जिला के किसान भी मंडी में छोटे-छोटे वाहनों से आलू लाकर बेचने आते हैं. वहीं पांच से छह ट्रक प्याज प्रतिदिन नासिक, अहमदनगर, पूना एवं सतारा से आ रहा है. मुख्तार के अनुसार अगर स्टॉक करना बंद कर दिया जाये
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