Darbhanga News: दरभंगा. पूरा विश्वविद्यालय परिसर सज धज कर तैयार हो गया है. संस्कृत विश्वविद्यालय के मैदान में विशाल पंडाल के साथ विभिन्न सत्रों के आयोजन के लिए अलग-अलग चार मंडप बनाये गये हैं. शुक्रवार को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर इसका उद्घाटन करेंगे, जिसमें उनके साथ आयोजन समिति के स्वागतध्यक्ष कुमार कपिलेश्वर सिंह के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह मोहन सिंह, महोत्सव के सयोजक राजेंद्र प्रसाद गुप्ता व साहित्य अकादमी की उपाध्यक्ष कुमुद शर्मा उपस्थित रहेंगे. इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. गुरुवार की शाम प्रदेश सरकार के मंत्री हरि सहनी ने आयोजन स्थल पर इसका जायजा लिया. उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय विचारों के प्रसार के निमित्त प्रस्तावित तीन दिवसीय चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में 18 अक्तूबर से 20 अक्तूबर तक हो रहा है. महोत्सव में राष्ट्रीय स्तर के अध्येता-विद्वानों का समागम होगा. सम-सामयिक विषयों पर विभिन्न सत्रों में चर्चा-परिचर्चा की जायेगी. इसे लेकर सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किये गये हैं. बता दें कि राष्ट्रीय विचारों के प्रसार के लिए चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव का प्रतिवर्ष आयोजन होता रहा है. इस वर्ष इस तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन अपनी ज्ञान परंपरा एवं सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध नगर दरभंगा में हो रहा है. पहले दिन तीन और सत्र आयोजित होंगे. प्रथम सत्र में तीन विषयों- भारत का स्वतंत्रता संघर्ष : स्व के जागरण का प्रतिफल, भारतीय संस्कृति : वैश्विक समस्याओं का समाधान तथा आर्थिक चिंतन का भारतीय दृष्टिकोण पर चर्चा-परिचर्चा होगी. दूसरे सत्र में विख्यात व्यक्तित्व से आगंतुक एवं सहभागी रू-ब-रू होंगे. देर शाम तीसरे सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा, जिसमें लोक नृत्य एवं गायन प्रस्तुत किये जायेंगे. अगले दिन 19 अक्तूबर को प्रथम सत्र में समावेशी विकास एवं पर्यावरण संरक्षण, साहित्य-पत्रकारिता में भारतीय चिंतन तथा लोक साहित्य, कला, संस्कृति में एकात्म बोध विषय पर परिचर्चा होगी. भारतीय साहित्य में सामाजिक समरसता विषय पर दूसरे सत्र में, भारतीय संस्कृति में मातृ शक्ति जागरण तीसरे सत्र में तथा चौथे सत्र में भारतीय सिनेमा व स्व का जागरण विषय पर व्याख्यान होगा. देर शाम कवि सम्मेलन आयोजित किया जायेगा. अंतिम दिन 20 अक्तूबर को आध्यात्म की वैज्ञानिकता, भारतीय साहित्य में नागरिक कर्त्तव्यबोध तथा मिथिला की ज्ञान परंपरा पर विषद विमर्श के पश्चात समापन सत्र आरंभ होगा. इसकी तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है. संस्कृत विवि के मैदान में बड़ा पंडाल बनाया गया है. सह संयोजक राजेश कुमार के अनुसार तैयारी के अंतिम रूप दिया जा रहा है.
मंत्री, कुलपति व विधायक ने किया आयोजन स्थल का मुआयना
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर के कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में शुक्रवार को प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर गुरुवार को बिहार सरकार के पिछड़ा अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री हरि सहनी, कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पाण्डेय व हायाघाट के भाजपा विधायक रामचंद्र प्रसाद ने आयोजन स्थल का जायजा लिया. तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान भाजपा के जिला महामंत्री अंकुर गुप्ता भी साथ थे. इस दौरान मंत्री सहनी ने कहा कि मिथिला की हृदय स्थली दरभंगा में बिहार राज्यपाल का आगमन हो रहा है. यह आयोजन भव्य एवं सफल होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है