अलीनगर. आगलगी की घटना के बाद ग्रामीण इस पर काबू पाने में जुट गये. आधी रात होने के बावजूद आस-पास के लोग बड़ी संख्या में जमा हो गये. ग्रामीण शिवनारायण पासवान बताते हैं कि आग लगते ही स्थानीय लोगों ने चपाकलों से पानी लेकर आग पर काबू करने का प्रयास किया, लेकिन आग इतनी विकराल हो गयी थी कि उसका कोई लाभ नहीं हो रहा था. लगातार आग बढ़ती ही जा रही थी. तुरंत अग्निशमन विभाग को खबर दी गयी. दमकल की गाड़ी पहुंची. इसके बाद भी घंटों की मशक्कत के पश्चात आग पर काबू पायी जा सकी. हालांकि इस दौरान छह लोगों की जान चली गयी. तीन मवेशी भी झुलस मरे. वहीं ग्रामीण चंद्र पासवान ने बताया कि रात के समय लोगों के छह लोगों की जान चले जाने की जानकारी नहीं हो सकी थी. सुबह जब इसकी जानकारी हुई तो दिमाग सन्न रह गया. गांव में कोहराम मच गया. बालेश्वर दास का कहना था कि अब बूढ़े लोगों की समाज में कोई सुनता ही नहीं. युवक मतवाले रहते हैं. अगर मना करने पर आतिशबाजी कम से कम उस जगह नहीं करते तो आज इतना बड़ा हृदय विदारक हादसा नहीं होता.
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