बहादुरपुर. रवि सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपित तारालाही निवासी गरतू यादव के पुत्र अविनाश यादव को पुलिस ने भालपट्टी थाना क्षेत्र के अदलपुर गांव से गिरफ्तार कर लिया है. वह लंबे समय से फरार चल रहा था. इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही थी. मालूम हो कि इस मामले में पांच लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. इसमें पूर्व में ही पुलिस ने गरतू यादव के पुत्र चंद्रहास यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज चुकी है. अविनाश यादव की गिरफ्तारी के बावजूद अभी भी तीन आरोपित फरार चल रहे हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि इस हत्याकांड के मुख्य आरोपित अविनाश यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. मालुम हो कि लहेरियासराय-समस्तीपुर मुख्य मार्ग में तारालाही पंचायत स्थित लोहरसारी चौक के निकट जमीन घेराबंदी को लेकर विवाद खड़ा हो गया था. विवाद इतना बढ़ गया कि तारालाही निवासी विजय सिंह के बड़े पुत्र सुनील सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इसके बाद से दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ने लगा एवं कुछ दिन बाद 30 अप्रैल 2023 को लोहरसारी चौक पर दो बाइक पर सवार अपराधियों ने फायरिंग कर सुनील सिंह के छोटे भाई रवि सिंह की भी हत्या कर दी. इस मामले में तालालाही निवासी सुबे यादव का पुत्र गरतू यादव, गरतु यादव के तीन पुत्र अविनाश यादव, चंद्रहास यादव व अभिनंदन यादव तथा अशोक सिंह के पुत्र विकास सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. हालांकि उस समय भी तत्कालीन प्रभारी थानाध्यक्ष मुकेश कुमार गुप्त सूचना पर पुलिस बल के साथ अविनाश यादव को गिरफ्तार करने एक बगीचा में पहुंचे थे, लेकिन उसके एक साथी ने पुलिस का पिस्टल छीनकर प्रभारी थानाध्यक्ष के सीने पर तान दिया और मौका मिलते ही अविनाश अपने साथियों के साथ भाग निकला. इसी बीच पुलिस कर्मियों ने साहस दिखाते हुए पिस्टल तानने वाले अपराधी ललन कुमार को पकड़ लिया था.
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