Darbhanga News: कमतौल. अपने धर्म की रक्षा मरते दम तक करनी चाहिए. अपने धर्म के प्रति समर्पण होना चाहिए. सनातन धर्म की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है. इसकी रक्षा के लिए सनातनियों ने अनेकों मंदिर का निर्माण कराया. जिसमें एक अहल्यास्थान स्थित मंदिर का नाम भी शामिल है. इसकी रक्षा एवं जीर्णोधार करना हमारी सरकार का परम कर्तव्य है. हमारा देश एवं धर्म सदा शांति का उपदेश देने वाला रहा है. अभी के समय में धर्म एवं गाय की रक्षा करना हम सभी सनातनियों का परम कर्तव्य है. जब तक गाय की रक्षा नहीं होगी, तब तक हमलोग सुरक्षित नहीं है. उक्त बातें 13 वें राजकीय अहल्या गौतम महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद पिछड़ा अति पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री हरि सहनी ने अपने संबोधन में कहा. उन्होंने कहा कि जे राम जी के दुनियां पूजि रहल हय, हमरा सभ के लेल अति गर्व के विषय है. जेकरा सनातनी होबय के गर्व होय, उ देशक रक्षा और धर्मक रक्षा करय लेल तैयार रहू. उन्होंने कहा कि जो देश और धर्म की रक्षा करे, उसकी भी रक्षा करना हमारा धर्म है. वहीं नगर विधायक संजय सरावगी ने कहा कि मिथिला के गांव-गांव में कुछ न कुछ ऐतिहासिक तथ्य छुपा है. इसको सहेजने की जरूरत है. विधायक जीवेश कुमार ने कहा कि हरि स्वयं मंच पर मौजूद है तो इनसे मांगने की कोई जरूरत ही नहीं है. उन्होंने कहा कि अहल्यास्थान स्थित श्रीराम मंदिर के जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण के लिए 25 करोड़ रुपए का डीपीआर तैयार है और इस के लिए हम प्रयासरत है. मंच संचालन डॉ राम सेवक ठाकुर ने किया. मौके पर एसडीओ सदर विकास कुमार, एडीएम राकेश रंजन, भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री मीना झा, एसडीपीओ सदर टू ज्योति कुमारी, न्यास के अध्यक्ष बालेश्वर ठाकुर, उपाध्यक्ष विमल कुमार यादव, सचिव हेमंत कुमार झा, कोषाध्यक्ष रंजीत प्रसाद, सदस्य उमेश ठाकुर, अंजनी निषाद, सीओ वत्साक, थानाध्यक्ष पंकज कुमार, विद्यापति सेवा संस्थान के डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू, न्यास के पूर्व सदस्य डॉ जयशंकर झा, पूर्व कोषाध्यक्ष रास बिहारी चौधरी सहित कई अन्य लोग मौजूद थे. मंत्री हरि सहनी सहित मंचासीन अतिथियों को पाग-चादर से सम्मानित किया गया. इधर, सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत में बजरंग म्यूजिकल ग्रुप के रघुवीर, रघुनंदन ने अपने भजनों और गजलों से श्रोताओं को भाव विभोर किया. गाइए गणपति जगवंदन, जय जय भैरवी असुर भयावनी, हमर सरकार रघुनंदन, हम तेरे शहर में आए है, तुम्हारा लहजा बता रहा है…तुम्हारी दौलत नई नई है”””” जैसे कर्णप्रिय प्रस्तूती को दर्शकों ने खूब सराहा. वहीं अमित कुमार झा ने अपनी सुरीली आवाज से माहौल को संगीतमय कर दिया. इनकी प्रस्तूती ””””ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं हम क्या करें”””” ये रेशमी जुल्फें, ये शरबती आँखे…. तुम्हें देखकर जी रहें हैँ सभी”””” की प्रस्तूती ने दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया. दर्शकों ने तालियां बजाकर उभरते कलाकारों का हौसला बढ़ाया. इसके साथ ही नटराज डांस के मोहित खंडेलवाल ने ””””नाग देवता तुम्हें प्रणाम”””” पर लोकनृत्य प्रस्तूत कर जमकर तालियां बटोरी. दिवंगत स्वर कोकिला शारदा सिन्हा को याद करते हुए टीम के साथ कोयल बिन बगिया ना सोहे राजा जैसे लोकप्रिय गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया. वहिं मालिनी अवस्थी के प्रसिद्ध गीत रेलिया बैरिन पिया को ले जाई रे, सेजिया पर लोटे काला नाग हो कचौड़ी गली सून कइलो बलमु जैसे लोकप्रिय गीत से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन कराया. विपिन मिश्रा के शंख वादन की प्रस्तुति से माहौल भक्तिमय हो गया.
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