बहादुरपुर. मनरेगा के पीओ कक्ष में ओझौल के रोजगार सेवक के साथ मुखिया प्रतिनिधि के द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है. इसे लेकर रोजगार सेवक सरगम प्रसाद ने थाना में आवेदन दिया है. हालांकि थानाध्यक्ष ने रोजगार सेवक को अपने पदाधिकारी से आवेदन अग्रसारित करा कर थाना में शिकायत करने के लिए कहा है. बताया कि मुखिया प्रतिनिधि सूरज कुमार द्वारा जबरदस्ती उपस्थिति पंजी पर दस्तखत कराने का प्रयास किया जा रहा है. इसका विरोध करने पर उन्होंने मारपीट शुरू कर दी. कहा कि पंचायत के बलुआही गांव में रामकुमार सिंह के खेत से भीम सिंह के खेत तक बांध में मिट्टीकरण का काम किया जा रहा है. इसकी प्राक्कलित राशि चार लाख 80 हजार 788 है. इस योजना की तकनीकी स्वीकृति 14 फरवरी 2023 को दी गयी. वहीं प्रशासनिक स्वीकृति 13 मार्च 2022 को मिली. उसके बाद इस योजना पर काम प्रारंभ किया गया. इसी पंचायत के बलुआही गांव में संजय सिंह के गड्ढे से खोरा पुलिया तक मिट्टीकरण का कार्य कराया जा रहा है. इसकी प्राक्कलित राशि चार लाख 45 हजार 181 रुपए है. रोजगार सेवक ने आरोप लगाया कि लेबरमेट के द्वारा दोनों योजनाओं को मिलाकर 108 मजदूर का अटेंडेंस बनाया जा रहा था, जबकि वास्तव में मात्र 35 मजदूर ही काम करते थे. इधर इस संबंध में मुखिया प्रतिनिधि ने बताया कि इस तरह की कोई बात नहीं है. रोजगार सेवक के साथ मारपीट नहीं की गयी. जितने मजदूर के द्वारा योजना पर काम कराया जा रहा था, उतने ही मजदूर की उपस्थिति पर हस्ताक्षर करने के लिए रोजगार सेवक को कहा गया, परंतु उन्होंने कमीशन की मांग की. इसका उनके पास साक्ष्य भी है. इधर इस संबंध में पीओ प्रांजल कुमार ने बताया कि रोजगार सेवक के साथ कुछ अभद्र व्यवहार किया गया है. इसे लेकर वरीय पदाधिकारी से मार्गदर्शन लिया जा रहा है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है