Darbhanga News: मिथिला विश्वविद्यालय के स्ववित्त पोषित शिक्षण संस्थानों के शिक्षाकर्मियों को नहीं मिला वेतन
Darbhanga News:लनामिवि के चार स्ववित्तपोषित शिक्षण संस्थानों के करीब 100 से अधिक शिक्षाकर्मियों के लिए दुर्गा पूजा, दीपावली के साथ छठ पर्व फीका रहा.
Darbhanga News: दरभंगा. लनामिवि के चार स्ववित्तपोषित शिक्षण संस्थानों के करीब 100 से अधिक शिक्षाकर्मियों के लिए दुर्गा पूजा, दीपावली के साथ छठ पर्व फीका रहा. इन संस्थानों के शिक्षाकर्मियों को अगस्त एवं सितंबर माह का वेतन लंबित है. जबकि विवि मुख्यालय सहित अंगीभूत कालेजों के सभी कोटि के शिक्षाकर्मियों को सितंबर माह तक का वेतन व मानदेय मिल चुका है. जिन स्ववित्तपोषित शिक्षण संस्थानों के शिक्षाकर्मियों काे भुगतान नहीं हो सका, उसमें दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के करीब 40, डब्ल्यूआइटी 35, एमबीए के 20 एवं बीएड नियमित विभाग के 20 शिक्षाकर्मी शामिल हैं.
बीएड नियमित विभाग के शिक्षाकर्मियों को करीब 10 माह से वेतन नहीं
बीएड नियमित विभाग के शिक्षाकर्मियों के वेतन भुगतान की स्थिति और भी बदतर है. जानकारी के अनुसार यहां के शिक्षाकर्मियों को करीब 10 माह से वेतन नहीं मिला है. इन शिक्षाकर्मियों का कहना है कि जिनके आदेश से वेतन भुगतान होना है, वे खुद भी वेतनभोगी पदाधिकारी ही हैं. परिस्थिति की उन्हें समझ होगी ही. नियमित ड्यूटी के बावजूद, बिना वेतन के कितने दिनों तक लोग परिवार चला सकते हैं. उसमें भी स्ववित्तपोषित संस्था जहां खुद की कमाई से शिक्षाकर्मियों का वेतन भुगतान करता है. इसके लिए मात्र विहित प्रक्रिया के तहत संबंधित पदाधिकारी की अनुमति की जरूरत होती है. बताया जाता है कि सिंडिकेट से अनुमोदन की प्रत्याशा में शिक्षाकर्मियों का वेतन लंबित है.
कुलसचिव की गैर मौजूदगी के कारण वेतन भुगतान नहीं
डब्ल्यूआइटी के शिक्षाकर्मियों को विवि से अबतक अगस्त एवं सितंबर माह का वेतन भुगतान नहीं हुआ है. निदेशक प्रो. प्रेम मोहन मिश्रा ने बताया कि कुलसचिव की गैर मौजूदगी के कारण शिक्षाकर्मियों का वेतन भुगतान नहीं हो सका. कहा कि वैसे व्यक्तिगत प्रयास कर वेतन की समतुल्य राशि का भुगतान करा दिया गया है. बैंक में इसके लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेनी पड़ी है. कहा कि अगस्त माह का भी वेतन भुगतान इसी तरह करना पड़ा था.
डीडीइ एवं एमबीए के शिक्षाकर्मी तनाव में
दूरस्थ शिक्षा निदेशालय एवं एमबीए विभाग के शिक्षाकर्मियों का कहना है कि वेतन भुगतान नहीं होने के करण काफी परेशानी हो रही है. अन्य माह में जैसे तैसे घरेलू खर्च की कटौती, उधार व कर्ज के बदौलत समय काट लेते हैं. लेकिन, दुर्गा पूजा, दीपावली व छठ जैसे महत्वपूर्ण पर्व में वैसे ही औसत से अधिक खर्च होता है. बिना वेतन के छठ महा पर्व कैसे मनाया जायेगा, यह समझा जा सकता है. कहा कि जिनसे उधार कर्ज चलता है, वे भी पर्व के अवसर पर अधिक खर्चा होने की संभावना को लेकर देने से इंकार कर रहे हैं.
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