Darbhanga News: दरभंगा. शिक्षा विभाग द्वारा स्थापित किलकारी में बच्चों के सृजनात्मक विकास के लिए कई कार्य किये जा रहे हैं. अब अन्य स्कूलों के अधिक से अधिक बच्चों को योजना से जोड़ने की मुहिम चलेगी. इससे बच्चों में क्षमता संवर्धन एवं नवाचार का विकास हो सकेगा. वर्तमान में शिक्षा विभाग के अंतर्गत बाल भवन किलकारी के तहत जिले में रामनंदन मिश्र बालिका उच्च विद्यालय परिसर में किलकारी संचालित है. यहां बच्चे संगीत, नाटक, नृत्य, चित्रकला, हस्तकला, मूर्ति कला, कंप्यूटर विज्ञान, लेखन एवं खेल (कराटे, ताइक्वांडो, बैडमिंटन, बाल बैडमिंटन, शतरंज, स्केटिंग) विधाओं का नि:शुल्क प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं. शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया है कि सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत स्कूली बच्चे भी किलकारी का भ्रमण कर सकेंगे. साथ ही इन विधाओं को सीखने का उन्हें अवसर भी प्रदान किया जायेगा. प्रारंभिक एवं समग्र शिक्षा अभियान के डीपीओ मो. जमाल मुस्तफा ने विद्यालयों के प्रधानों से बच्चों को किलकारी परिभ्रमण कराने के लिए कहा है. उन्होंने मार्गदर्शिका के अनुरूप परिभ्रमण के निर्देश जारी किए हैं.
मार्गदर्शिका के अनुसार किलकारी का परिभ्रमण
प्रत्येक विद्यालय के अधिकतम 50 बच्चों को एक दिन में कम से कम दो विद्यालय परिभ्रमण कर सकेंगे. भ्रमण का दिन मंगलवार से शनिवार निर्धारित किया गया है. भ्रमण में छठी से दसवीं तक के बच्चों को शामिल किया जा सकेगा. इसके समन्वय के लिए विद्यालय के एक महिला एवं एक पुरुष शिक्षकों का बच्चों के साथ रहना आवश्यक होगा. सुबह 10.30 से दो बजे तक भ्रमण कराया जा सकेगा. विद्यालय के बच्चों को स्कूल ड्रेस एवं आइ कार्ड में आना अनिवार्य होगा. किलकारी में बच्चे नृत्य, संगीत, क्राफ्ट, मिथिला पेंटिंग, पेंटिंग, नाटक, कराटे, मिथिला अक्षर, शतरंज सीख सकेंगे. बिहार बाल भवन किलकारी के प्रमंडल का कार्यक्रम समन्वयक द्वारा जारी मार्गदर्शिका में कहा गया है कि विभिन्न विधाओं के अनुसार विद्यालय में ही बच्चों की अभिरुचि पूछ कर विद्यालयवार बच्चों की सूची होनी चाहिए, ताकि सीखने सिखाने की प्रक्रिया में सहूलियत हो सके. उन्होंने इस सूची की एक प्रति प्रधानाध्यापक के द्वारा प्रमाणित करते हुए भ्रमण से एक दिन पूर्व किलकारी के व्हाट्सएप के माध्यम से भेजने को कहा है ताकि प्रशिक्षण की तैयारी पूर्व से सुनिश्चित की जा सके. भ्रमण करने वाले बच्चों के पास पानी के बोतल, टिफिन, कॉपी, कलम अनिवार्य रूप से होनी चाहिए. किलकारी के प्रशिक्षक विविध कलाओं का निशुल्क प्रशिक्षण देंगे. भ्रमण के लिए लिए किसी प्रकार का बिल या भत्ते का भुगतान किलकारी नहीं करेगी.
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