जाले. सहसपुर नवटोलिया निवासी स्व. स्वयंवर राउत की 12 वर्षीया नतिनी पायल का शव सोमवार को पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया. घर में पुरुष सदस्य के नहीं रहने की वजह से पड़ोसियों की मदद से उसकी अंत्येष्टि हुई. इसके साथ ही लोगों में चर्चा शुरू हो गयी कि अब स्व. स्वयंवर राउत की विधवा पत्नी पुष्पा देवी का अकेले ही दिन काटना होगा. लोगों का कहना था कि पुत्र गुड्डू कुमार राउत की शादी के लिए कन्या पक्ष आने वाले थे. मौत की घटना हो जाने के कारण नहीं आये. इधर घर में बैठी पुष्पा देवी व उसकी बेटी खुशबू विलाप कर रही थी. पुष्पा कह रही थी कि अब उसकी देखरेख कौन करेगा. एकमात्र पुत्र गुड्डू कुमार राउत दिल्ली के किसी रेस्टोरेंट में सेल्समैन का काम करता है. वह कुंवारा है. उसकी दोनों पुत्री शादीशुदा है. बड़ी पुत्री खुशबू की शादी सीतामढ़ी जिले के परिहार निवासी देवेन्द्र राउत के साथ हुई. वहीं दूसरी पुत्री नीलू कुमारी की सीतामढ़ी जिला के ही सुरसंड निवासी अमित राउत से हुई. खुशबू को एक पुत्र व एक पुत्री पायल थी. खुशबू अपनी अकेली मां की सेवा के लिए 12 वर्षीया पुत्री पायल को नानिहाल में छोड़ रखी थी. पायल की मौत पर दोनों मां-बेटी लिपटकर रोती रही. रोती-रोती खुशबू अपनी मां से कह रही कि आब तोहर देखरेख के करतौ गे माय. मंगलवार को खुशबू का पति देवेंद्र राउत लुधियाना से यहां पहुंचे. वहीं उसका भाई गुड्डू राउत भी घर पहुंच गया है. बता दें कि विगत रविवार को घास काटने के दौरान करेंट लगने से पायल की मौत हो गयी थी.
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