संस्कृत विश्वविद्यालय में रिटायर्ड शिक्षाकर्मियों को पांच माह से पेंशन नहीं
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में कार्यरत शिक्षाकर्मियों को चार माह से वेतन नहीं मिल रहा है.
दरभंगा. कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में कार्यरत शिक्षाकर्मियों को चार माह से वेतन नहीं मिल रहा है. जबकि सेवानिवृत्त शिक्षाकर्मियों को पांच माह से पेंशन नहीं मिला है. वेतन एवं पेंशन में विलंब से शिक्षाकर्मियों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय में करीब 350 सेवारत एवं 450 रिटायर शिक्षाकर्मी हैं. इस समस्या से विवि मुख्यालय व पीजी विभाग सहित 31 अंगीभूत कालेज, 31 शास्त्री स्तरीय संबद्ध डिग्री कालेज एवं 15 उपशास्त्री कालेजों के शिक्षाकर्मी परेशान हैं. भुगतान के लिए सबकी निगाहें राज्य सरकार पर टिकी है. वेतन एवं पेंशन बंद होने से उत्पन्न समस्या को लेकर शिक्षाकर्मियों की अपनी-अपनी व्यथा है. विशेषकर रिटायर शिक्षाकर्मी पैसे के अभाव में शारीरिक व्याधि आदि का समुचित इलाज तक नहीं करा पा रहे. रोटी के साथ दवा की व्यवस्था उनपर भारी पड़ रही है. दैनिक जरूरत तक के लिए शिक्षाकर्मियों को दूसरों के आगे हाथ फैलाने को मजबूर होना पड़ रहा है. उधार के पैसे तथा सामान पर शिक्षाकर्मियों की जिंदगी कट रही है. दूसरों के आगे हाथ नहीं फैलाने वाले शिक्षाकर्मी, दैनिक जरूरत में कटौती करते-करते परेशान हैं. ऐसी स्थिति में वे आकस्मिक खर्च कहां से पूरा कर सकेंगे, इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है. प्राप्त जानकारी के अनुसार इन शिक्षाकर्मियों को जनवरी तक का ही वेतन एवं दिसंबर तक ही पेंशन का भुगतान हुआ है. फरवरी से मई तक का वेतन तथा जनवरी से मई तक का पेंशन भुगतान लंबित है. बताया जाता है कि कार्यरत शिक्षाकर्मियों के फरवरी माह के वेतन की राशि सरकार ने तो निर्गत कर दी थी, लेकिन विवि स्तर से वेतन भुगतान में विलंब देख फिर पैसा सरकार ने वापस ले ली. इसके बाद सरकार ने नयी प्रक्रिया के तहत सीधे शिक्षाकर्मियों के निजी बैंक खाते में वेतन भुगतान का पत्र जारी करते हुए इस दिशा में कार्य करना प्रारंभ कर दी. राज्य सरकार के पत्र के आलोक में विवि ने शिक्षाकर्मियों से इससे संबंधित विवरण भी प्राप्त कर लिया. इधर, विभिन्न विवि में कर्मचारी संघ की ओर से सरकार द्वारा शिक्षाकर्मियों के बैंक खाते में सीधे वेतन भुगतान की प्रक्रिया अपनाये जाने का प्रदेश स्तर पर विरोध किया जाने लगा. नतीजा यह हुआ कि सरकार ने न तो अब तक शिक्षाकर्मियों के बैंक खाता में वेतन-पेंशन भुगतान किया और न ही विवि को इस मद की राशि ही निर्गत की है. सरकार से राशि विमुक्त नहीं होने के कारण शिक्षाकर्मियों को अब तक वेतन- पेंशन भुगतान नहीं हो सका है. कुलसचिव डॉ दीनानाथ साह ने बताया कि वेतन एवं पेंशन भुगतान के लिए राज्य सरकार की ओर से अबतक न तो स्वीकृति पत्र जारी की गयी है और न राशि ही. ऐसी स्थिति में कुछ कहा नहीं जा सकता कि कब तक भुगतान हो सकेगा.
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