माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों को पढ़ने एवं पढ़ाने के लिए सरकार देगी निःशुल्क पाठ्य पुस्तक
सरकारी स्कूलों के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों को पढ़ने एवं पढ़ाने के लिए सरकार निःशुल्क पाठ्य पुस्तक उपलब्ध करायेगी.
राजकुमार रंजन, दरभंगा. सरकारी स्कूलों के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों को पढ़ने एवं पढ़ाने के लिए सरकार निःशुल्क पाठ्य पुस्तक उपलब्ध करायेगी. बताया जाता है कि आजादी के बाद पहली बार विषय बार शिक्षकों को शिक्षा विभाग पुस्तक उपलब्ध कराने जा रहा है. वैसे अगले महीना अध्ययनरत बच्चों का प्रथम टेस्ट होगा. अब तक शिक्षकों को पुस्तक उपलब्ध नहीं हो पायी है. इसके लिए दो माह पूर्व विभाग को प्रखंड बार डिमांड भेज दी गयी है. सरकारी उच्च विद्यालय, उच्च माध्यमिक विद्यालय, प्रोजेक्ट कन्या विद्यालय, उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय एवं कल्याण विभाग से संचालित जिले के कुल 526 स्कूलों में नौवीं से बारहवीं तक के 01 लाख 13 हजार 678 बच्चों को पढ़ाने के लिए नियमित, नियोजित शिक्षकों को सिलेबस की पुस्तकें माध्यमिक शिक्षा निदेशालय उपलब्ध करायेगा. जिला शिक्षा विभाग ने सभी प्रखंडों से नौवीं, दसवीं, ग्यारहवीं एवं बारहवीं में पढ़ाने वाले शिक्षकों की सूची तैयार कर, डिमांड सूची माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को उपलब्ध करा दी है. भेजे गये डिमांड में नवमी से बारहवीं तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए 11261 पुस्तक सेट की आवश्यकता बतायी गयी है. जरूरत पड़ने पर डिमांड बढ़ भी सकती है. हाइस्कूल में बच्चे हिंदी मीडियम के माध्यम से 14 विषयों की पढ़ाई करते हैं. अंग्रेजी मीडियम किताब की डिमांड नहीं की गयी है. नवमी वर्ग के के लिए 2527, दसवीं के लिए 2512, ग्यारहवीं वर्ग के विज्ञान संकाय के लिए 1011, कला संकाय के लिए 1712 और कॉमर्स संकाय के लिए 388 पुस्तक सेट की आवश्यकता है. जबकि बारहवीं वर्ग में कला संकाय के लिए 1712, विज्ञान संकाय के लिए 1011 एवं कॉमर्स संकाय के लिए 388 पुस्तक सेट की डिमांड है. उधर, शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक के बाजारों में पुस्तकों की कमी के कारण बच्चे परेशान हैं. माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्कूलों की पुस्तकें खरीदने के लिए अभिभावक एवं बच्चे भटक रहे हैं. बहेड़ी उच्च विद्यालय के सेवानिवृत्ति एचएम राम बुझावन यादव रमाकर कहते हैं कि सेवा काल में कभी भी विभाग द्वारा शिक्षकों को पुस्तकें उपलब्ध नहीं करायी गयी. एमएल एकेडमी के सेवानिवृत शिक्षक सुरेंद्र झा कहते हैं कि आज तक विभागीय स्तर पर विषय बार शिक्षकों को पुस्तक उपलब्ध नहीं करायी गयी है. अगर विभाग ने निर्णय लिया है तो यह अच्छी पहल है. कहा कि आज भी बाजार में आधा अधूरा पुस्तक सेट ही उपलब्ध है. इससे बच्चों का अध्ययन प्रभावित होता है. डीपीओ एसएसए रवि कुमार ने बताया कि विषय बार पुस्तक सेट की डिमांड सूची माध्यमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा मांगी गयी थी. डिमांड सूची उपलब्ध करा दी गयी है. अधिकृत प्रकाशक द्वारा पुस्तक सेट उपलब्ध होते ही बीआरसी के माध्यम से स्कूल बार पुस्तक उपलब्ध करा दी जायेगी.
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