Darbhanga News: हराही में फिर से बन रही गाद, निकालने में जुटा निगम प्रशासन
Darbhanga News: हराही तालाब के पानी की सतह पर गंदगी के परत को हटाने का काम नगर निगम ने मंगलवार से शुरू कर दिया है.
Darbhanga News: दरभंगा. शहर की खुबसूरती में शुमार वीआइपी रोड के किनारे स्थित हराही तालाब के पानी की सतह पर गंदगी के परत को हटाने का काम नगर निगम ने मंगलवार से शुरू कर दिया है. तालाब में बन रहे गाद और मोटी होती जा रही इसकी परत को निकाला जा रहा है. गाद निकालने के लिए एक सुपर शकर मशीन के साथ 13 मजदूरों को लगाया गया है. तेज गति से काम चल रहा है. बता दें कि प्रभात खबर के 16 दिसंबर के अंक में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित की गयी थी. इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए निगम प्रशासन ने एक दिन बाद ही 17 दिसंबर से इसकी सफाई का काम आरंभ कर दिया है. उल्लेखनीय है कि हराही तालाब से गाद को निकालने में ढाई माह पूर्व निगम प्रशासन ने काम शुरू किया था. इसके लिए कई तरह से प्रयत्न किये गये, लेकिन लोक आस्था के महापर्व के बाद हराही तालाब की सफाई में बरती गई सुस्ती के कारण फिर से पहले जैसी स्थिति बननी शुरू हो गयी थी. इस बावत प्रभात खबर के 16 दिसंबर के अंक में हराही तालाब में फिर से बनने लगी गाद, मोटी होती जा रही परत शीर्षक से विस्तार से खबर प्रकाशित की गयी.
पंप सेट का भी लिया जा रहा सहारा
निगम प्रशासन गंभीरता से इस दिशा में काम कर रहा है. तालाब के ढहरे हुए पानी को चलायमान कर उलट-पुलट करने के लिए 26 एचपी का पंप सेट भी लगाया है. करीब डेढ़ महीने बाद पुन: हराही तालाब की सफाई शुरू की गई है. दोपहर करीब डेढ़ बजे तक गाद हटाने का काम चलता रहा. पहले दिन छह गाड़ी गाद निकाला गया. हालांकि गाद समेटकर किनारे तक लाने के लिए नाव की आवश्यकता मजदूर जता रहे हैं. 13 मजदूरों में जोन एक के गैंग में से आठ व रात्रि सफाई कार्य में प्रतिनियुक्त मजदूरों में से पांच सफाई कर्मियों को ड्यूटी लगायी गयी है. इनसे जोन प्रभारी गौतम राम, रात्रि प्रभारी कुलदीप कुमार कार्य कराते व निर्देश देते नजर आए. हराही तालाब की सफाई के लिए स्थाई तौर पर करने के लिए दो मजदूर तैनात हैं, लेकिन काम करते कभी नजर नहीं आते. इस बाबत जोन प्रभारी ने जानकारी होने से इंकार किया. रात्रि प्रभारी ने गाद निकालने का काम अभी जारी रहने की बात कही है.गंदे पानी समेत खाद्य सामग्री का प्रवाह करना होगा बंद
हराही तालाब में बन रहे गाद व उससे उठनेवाले सड़ांध की मुख्य वजह गंदगी के साथ खाद्य सामग्री का इसमें प्रवाह बताया जा रहा है. विशेषज्ञ प्रो. प्रेम मोहन मिश्र इस बाबत अनुसंधानिक सुझाव दे चुके हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि तालाब के किनारे बसे लोगों के घरों का गंदा पानी तथा खाद्य सामग्री को बहाया जा रहा है. तालाब किनारे दरभंगा जंक्शन को होटलों से बची हुई खाद्य सामग्री चोरी-छिपे बहा दी जाती है. इस पर पूरी तरह नकेल कसना होगा. सनद रहे कि इससे पहले गंदा पानी बहाने की वजह से दरभंगा जंक्शन के रेल प्रशासन पर पिछले दिनों जुर्माना लगाया जा चुका है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है