Darbhanga News: गौड़ाबौराम. कोसी नदी के पश्चिमी तटबंध के टूटने से प्रखंड के पुनाच, मलई, चतरा पूर्वी व मनसरा मुसहरी गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. घर-आंगन में पानी भर जाने के कारण लोग ऊंचे स्थान पर शरण ले रहे हैं. बताया जाता है कि देर रात कोसी नदी का पश्चिमी बांध टूटने से लोगों के घर-आंगन में सुबह होने तक पानी भर गया था. जब लोगों की आंख खुली तो खुद को पानी के बीच पाया. इससे अफरा-तफरी मच गई. लोग घर का सारा सामान लेकर कमला बलान के पूर्वी तटबंध पर शरण ले रहे हैं. वहीं गांव की सड़क पानी में डूब जाने से लोग तैरकर सामान को ऊंचे स्थान पर ले जा रहे हैं. पशुपालक अपने मवेशियों को लेकर खुले आसमान के नीचे रहने पर विवश हैं. बाढ़ पीड़ितों को बच्चों के लिए भोजन व पशुओं के लिए चारे की चिंता सता रही है. बाढ़ से पुनाच में एक हजार, मलई में चार सौ, मनसारा मुसहरी में 110, चतरा पूर्वी में 55 परिवार प्रभावित हुआ है. वहीं 10 हजार लोग घर छोड़कर ऊंचे स्थान पर शरण लिए हुए हैं. पुनाच के बाढ़ पीड़ित पंकज मुखिया, रति सदा, डोमी मुखिया, दुखी सदा, लालबाबू सदा आदि ने बताया कि वे लोग बांध पर खुले आसमान के नीचे भूखे-प्यासे रह रहे हैं. पशु चारा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छ जल, शौचालय तथा भोजन की चिंता सता रही है. खासकर महिलाएं शौच के लिए रात होने का इंतजार करने पर विवश हैं. अभी तक कोई सहायता नहीं दी गयी है. इस संबंध में सीओ अभिषेक आनंद ने बताया कि मलई में बाढ़ पीड़ितों के बीच पॉलीथिन का वितरण कराया गया है. शेष पीड़ितों के बीच पॉलीथिन सीट उपलब्ध कराया जायेगा. वहीं भोजन के लिए चार स्थानों पर सामुदायिक किचेन व पशुचारे का शीघ्र प्रबंध कराया जा रहा है.
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