दैनिक कर्मियों भुगतान को होगा तीन सदस्यीय समिति का गठन विवि के खेल निदेशालय व डब्ल्यूआइटी निदेशक का कार्यकाल व मानदेय निर्धारित दरभंगा. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सिंडिकेट की बैठक हुई. इसमें पद्मभूषण शारदा सिन्हा चेयर की स्थापना संगीत एवं नाट्य विभाग में करने का निर्णय लिया गया. खेल निदेशालय व डब्ल्यूआइटी निदेशक की सेवा अवधि एवं पारिश्रमिक आदि पर विचार किया गया. इसमें सहमति बनी कि विश्वविद्यालय खेल निदेशालय और डब्ल्यूआइटी निदेशक को अधिकतम 11 माह के कार्यकाल और 65 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय पर नियुक्ति किया जाएगा. इसके साथ ही यदि दोनों स्ववित्त पोषित संस्थानों में एक ही व्यक्ति सेवा देंगे, तो अतिरिक्त पांच हजार रुपए मानदेय देय होगा. इसके अलावा निदेशक के पद के लिये अधिकतम योग्यता आदि पर भी विचार किया गया. कुलपति के आवासीय कार्यालय पर आयोजित बैठक में कई दिनों से विश्वविद्यालय में हड़ताल पर बैठे दैनिक कर्मियों के लंबित मानदेय एवं सेवा सामंजन की समस्या पर विमर्श हुआ. उनके लंबित भुगतान एवं सेवा संबद्ध संचिका के निबटान के लिये आश्वासन देते हुए कुलपति प्रो. चौधरी ने तीन सदस्यों की टीम गठित कर पूरे मामले का अध्ययन कर जल्द से जल्द रिपोर्ट देने की बात कही. जेके कॉलेज बिरौल के वाणिज्य विभाग के डॉ राम लोचन मिश्र की नियुक्ति संबंधित संचिका को विचाराधीन रखते हुए राज्य सरकार से निर्देश लेकर संचिका तैयार करने का निर्णय लिया गया. छह वर्ष 07 महीना 02 दिन से चिकित्सा अवकाश पर रह रहे एमके कॉलेज के निम्न वर्गीय लिपिक अविनाश कुमार सिंह के अवैतनिक अवकाश की स्वीकृति के प्रस्ताव को प्रावधान विरुद्ध बताते हुए रद्द कर दिया गया. भूगोल विषय में स्वीकृत रिक्त पदों पर नियुक्त सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति को अनुमोदित किया गया. वहीं सीएमजे कॉलेज, दोनवारी हाट खुटौना, मधुबनी के अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ धीरेंद्र कुमार के त्यागपत्र को स्वीकृत कर लिया गया. छूटे हुए कर्मियों के उच्चतर पद का प्रभार दिए जाने के आदेश को अनुमोदित किया गया. अंत में वर्ष 2015 में आयोजित लिखित परीक्षा के आधार पर शिक्षकेतर कर्मचारियों की प्रोन्नति के मामले में उच्च न्यायालय द्वारा आठ शिक्षकेतर कर्मियों को दिए जाने वाले प्रोमोशन का संज्ञान लेते हुए इसे अगली बैठक में रखने पर सहमति बनी. इस बीच सभी संबंधित कर्मियों के कोर्ट स्पीकिंग ऑर्डर उपलब्ध कराने और ऐसे अन्य छूटे हुए कर्मियों की समीक्षा चार्ट बनाकर अगली बैठक में प्रस्तुत करने पर सहमति बनी. बैठक में वित्तीय वर्ष 2025-2026 के आय-व्ययक पर 20 जनवरी को होने वाली बैठक में उपस्थापित करने का निर्णय लिया गया. बैठक में डॉ बैद्यनाथ चौधरी, प्रो. अजय नाथ झा, प्रो. शाहिद हसन, डॉ नौशाद आलम, डॉ दिलीप कुमार चौधरी, फैयाज अहमद, सुजीत पासवान, लक्ष्मेश्वर राय, डॉ अमर कुमार, वित्त परामर्शी इंद्र कुमार और डॉ अजय कुमार पंडित मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है