पीने से लेकर नहाने-धोने तक के लिए टैंकर के पानी के भरोसे शहरवासी

मौसम की बेरुखी लोगों पर भारी पड़ रही है. भू-गर्भीय जलस्तर नीचे सरकता जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 30, 2024 10:36 PM

दरभंगा. मौसम की बेरुखी लोगों पर भारी पड़ रही है. भू-गर्भीय जलस्तर नीचे सरकता जा रहा है. जलसंकट से नगरवासी जूझ रहे हैं. जलापूर्ति व्यवस्था बेदम है. निगम टैंकर से पानी की आपूर्ति कर रहा है. दिनानुदिन स्थिति विकट होती जा रही है. वार्डों में टैंकरों से जलापूर्ति की संख्या में इजाफा होता जा रहा है. निगम के एक हजार क्षमता वाले छह सिंटेक्स व दो हजार लीटर के दो टैंकर, पीएचइडी के चार हजार लीटर क्षमता के आठ टैंकर के माध्यम से मांग के अनुसार पानी उपलब्ध कराया जा रहा है. किसी वार्ड में तीन तो किसी-किसी में रोजाना सात टैंकरों से पानी भेजा जा रहा है. साल 2019 में जलसंकट गहराने के बाद से अबतक निगम ने विभिन्न योजना के माध्यम से वार्डवार पांच-पांच सबमर्सिबल लगाये गये. गत 29 जून को हुई बोर्ड की बैठक में वार्डवार दो-दो और समरसेबुल लगाने का निर्णय लिया गया था. पानी की किल्लत से कमोबेश पूरा शहर जूझ रहा है. घरेलू काम से लेकर पीने तक के लिए नगर निगम के टैंकरों पर निर्भर हो गये हैं. इसमें वार्ड एक व दो में दो से तीन, चार में तीन से चार, पांच में चार से पांच, छह में दो, सात में चार से पांच, नौ में एक से दो टैंकरों से पानी उपलब्ध कराया जा रहा है. वार्ड 10 में एक, 11 में पांच से सात, 12 में दो से तीन, 14 एवं 15 में दो से चार, 16 में पांच से छह, 17 तथा 18 में दो से तीन, 19 में एक, 21 में दो, 22 व 24 में चार से पांच, 25 में एक, 26 में चार से पांच, 27 में दो से तीन, 29 में एक, 31 एवं 33 में दो से तीन, 34 में चार से पांच, 35, 37 व 38 में दो से तीन, 39 में एक, 40 में पांच से सात, 41 में एक, 42 में तीन से चार, 44 से 45 में दो 46 में तीन से चार, 47 में दो से तीन व 48 में छह से सात टैंकरों से पानी का वितरण किया जा रहा है.

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