केवटी. मुख्यालय के समीप पुराने केवटी पंचायत भवन परिसर में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत निर्माणाधीन राजीव सेवा केंद्र भवन 12 वर्ष बाद भी विभागीय उदासीन के कारण पूरी तरह तैयार नहीं हो सका है. स्वभाविक रूप से इसका लाभ नहीं मिल रहा है. मालूम हो कि पुराने पंचायत भवन परिसर में मनरेगा योजना से वर्ष 2011-2012 में योजना संख्या सात के तहत भवन निर्माण शुरू किया गया. छत तक निर्माण पूरा होने के 12 वर्ष बीत जाने के बावजूद छत की ढलाई आज तक नहीं हो सकी है. इस कारण निर्माणाधीन भवन क्षतिग्रस्त होकर जर्जर हो रहा है. 10 लाख की लागत से बनने वाले इस भवन के अधूरा रहने के कारण सरकारी राजस्व का उपयोग नहीं हो सका है. बताया जाता है कि मनरेगा के तत्कालीन रोजगार सेवक अभय सिन्हा अभिकर्ता थे. भवन निर्माण के लिए अग्रिम आठ लाख रुपये की निकासी भी की गयी थी, बावजूद छत निर्माण कार्य नहीं हो सका. इसके बाद अभिकर्ता सह रोजगार सेवक का तबादला हो गया और स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधि के उदासीन रवैया के कारण एक दशक बाद भी भवन निर्माण पूरा नहीं हो सका. भवन निर्माण पूरा नहीं होने से मनरेगा का कार्य दूसरे भवन में संचालित हो रहा है. इस बाबत मनरेगा के पीओ अमित वर्मा ने बताया कि योजना काफी पुराना है. मामला संज्ञान में आया है. फाइल को खोजकर अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी.
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