कैंपस- शिक्षकों ने काली पट्टी लगाकर स्कूलों में किया शिक्षण कार्य
बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक के आह्वान पर शुक्रवार को शिक्षकों ने काली पट्टी लगाकर सरकार की नीति के विरोध में शिक्षण कार्य किया
दरभंगा. बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक के आह्वान पर शुक्रवार को शिक्षकों ने काली पट्टी लगाकर सरकार की नीति के विरोध में शिक्षण कार्य किया. जिले के विभिन्न स्कूलों में विरोध प्रदर्शन भी किया गया. यह विरोध प्रदर्शन राज्यव्यापी एवं सांकेतिक था. जिला अध्यक्ष संजय कुमार झा ने बताया कि पहले गर्मियों में सुबह 6.30 से 11.30 बजे तक प्रातः कालीन विद्यालयों का संचालन होता रहा है. दुर्भाग्यवश इस साल गर्मी की छुट्टी नहीं दी गई, जो खेदजनक है. अब विद्यालयों का संचालन सुबह छह बजे से दोपहर 1.30 बजे तक निर्धारित किया गया है. यह बिल्कुल अव्यावहारिक निर्णय है. कहा कि वर्तमान विद्यालय टाइम छात्रों एवं शिक्षकों के हित में नहीं है. छुट्टी का समय भरी दोपहरी में है. वर्तमान में भीषण गर्मी के कारण शिक्षक-छात्र बीमार पड़ रहे हैं. सुबह खाली पेट बच्चे स्कूल पहुंच रहे हैं. यह उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है. नगर इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष संजीव कुमार ठाकुर ने नये रूटीन को तुगलकी फरमान करार दिया है. कहा कि यह शिक्षकों को प्रताड़ित एवं हतोत्साहित करने का प्रयास है. खासकर महिलाओं के लिए ज्यादा परेशान करने वाला है. बहुत सारी महिला शिक्षक दूसरे जिले में भी ड्यूटी करने जाती है. उनके लिए अहले सुबह विद्यालय पहुंचना मुश्किल हो रहा है. विद्यालय का वर्तमान टाइमिंग शिक्षकों एवं बच्चों के लिए सेहत के लिए भी ठीक नहीं है. सांकेतिक प्रदर्शन के बाद विभाग से विद्यालय टाइमिंग में सुधार की मांग की गयी. विभिन्न विद्यालयों में शिक्षक काली पट्टी लगाकर प्रदर्शन में शामिल हुए. कई अन्य शिक्षक संगठन का समर्थन भी प्राप्त हुआ.
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